
पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि, 'क्या केवल आप (भारत) के जवान मारे जा रहे हैं? क्या उनके (पाकिस्तान) जवान नहीं मर रहे हैं? क्या लोग नहीं मर रहे हैं? दोनों तरफ से गोलाबारी हो रही है. लाइन वहीं पर खड़ी है. यह तो बंद करना पड़ेगा.'
पाकिस्तान की तरफ से मिसाइल दागे जाने पर फारुक अब्दुल्ला ने कहा, 'आप भी मिसाइल मारेंगे फिर फर्क क्या है. इससे वतन को क्या फायदा है. इतने हमारे जवान मर गए, कैप्टन मर गए. कब तक हम यह खून देखते रहेंगे. युद्ध रास्ता नहीं है. एक ही रास्ता है जो कि बातचीत है. बातचीत के बगैर कुछ नहीं बनेगा. हम लोग गोला मारेंगे. वह भी दो मारेंगे. हम 10 मारेंगे वह 12 मारेंगे. लोग मर जाएंगे.'
लगातार घुसपैठ पर फारुक अब्दुल्ला का कहना है कि, 'घुसपैठ तब बंद होगी जब आप बातचीत करेंगे. वाजपेयी ने बातचीत की थी और आराम से हम रहे.' एक और सर्जिकल स्ट्राइक पर फारुक अब्दुल्ला का कहना है कि, 'अगर आपका मीडिया सर्जिकल स्ट्राइक चाहता है तो फारुख अब्दुल्ला को क्या कहते हैं. गोलाबारी से कुछ फायदा होने वाला नहीं है. दोनों तरफ के लोग मारे जा रहे हैं.'
'इसमें आम आदमी मारा जा रहा है. लड़ाई से कोई फायदा नहीं है. बातचीत ही एक रास्ता है. गोलाबारी से कोई फायदा होने वाला नहीं है. यह मामला बंद करना जरूरी है. युद्ध कोई रास्ता नहीं है. युद्ध से कोई भी हल नहीं निकल सकता.'
'हमें लड़ाई की तरफ नहीं जाना चाहिए. मीडिया को अमन की तरफ ले जाने की कोशिश करनी चाहिए. इंडिया को बातचीत की शुरुआत करनी चाहिए.'