Advertisement

ओड‍िशा में एक और पिता बना दाना मांझी, बेटी के शव को कंधे पर लाद अस्पताल से कब्रिस्तान पहुंचा पिता

गति दीभर को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी जिसके कारण उसे अपनी बेटी को 15 किमी. तक चल कर ही कब्रिस्तान तक ले जाना पड़ा. वहीं स्थानीय सामुदायिक केंद्र खबर के मीडिया में आने से पहले इसका खंडन ही करता रहा.हाल ही में ओड‍िशा में हुई दाना मांझी मामले के बाद राज्य से ही एक और हैरान करने वाली खबर आई है. यहां अंगुल जिले में अस्पताल के जिम्मेदारी से भागने के बाद एक पांच वर्षीय बेटी के मृत शरीर को लेकर पिता को खुद गांव वापिस जाना पड़ा. दरअसल गति दीभर ने हाल ही में अपनी 5 वर्षीय बेटी सुमी दीभर को तेज बुखार की शिकायत होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था, वहीं एक दिन बाद ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. लेकिन उसके बाद अस्पताल वालों ने उसे वहां से लाश को ले जाने को कहा.

बेटी की लाश को कंधे पर लेकर पहुंचा पिता बेटी की लाश को कंधे पर लेकर पहुंचा पिता
मनोज्ञा लोइवाल
  • उड़ीसा,
  • 05 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:03 PM IST

हाल ही में ओड‍िशा में हुई दाना मांझी मामले के बाद राज्य से ही एक और हैरान करने वाली खबर आई है. यहां अंगुल जिले में अस्पताल के जिम्मेदारी से भागने के बाद एक पांच वर्षीय बेटी के मृत शरीर को लेकर पिता को खुद गांव वापिस जाना पड़ा. दरअसल गति दीभर ने हाल ही में अपनी 5 वर्षीय बेटी सुमी दीभर को तेज बुखार की शिकायत होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था, वहीं एक दिन बाद ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. लेकिन उसके बाद अस्पताल वालों ने उसे वहां से लाश को ले जाने को कहा.

Advertisement

एक ओर जहां मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में महाप्रयाण स्कीम की लागू की हुई है जिसके तहत गरीबों को लाश अस्पताल से लाने लेजाने का खर्च दिया जाता है. लेकिन गति दीभर को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी जिसके कारण उसे अपनी बेटी को 15 किमी. तक चल कर ही कब्रिस्तान तक ले जाना पड़ा. वहीं स्थानीय सामुदायिक केंद्र खबर के मीडिया में आने से पहले इसका खंडन ही करता रहा. वहां के अधिकारी प्रताप चंद्र मोहांती ने कहा कि मैंने इस बाबत स्टाफ को नोटिस दिया है, इस हादसे के लिए ड्राइवर की जिम्मेदारी तय की गई है. स्टाफ को लोगों की सहायता के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं. गौरतलब है कि महाप्रयाण योजना पिछले वर्ष अगस्त में लागू हुई थी लेकिन अभी तक जमीन पर उसका कोई असर नहीं दिख रहा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement