
राफेल डील मामले पर लोकसभा में बुधवार को चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई सवाल खड़े किए और आरोप लगया कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झूठ बोला है. राहुल के सवालों को जवाब देने के लिए सत्ता पक्ष से वित्त मंत्री अरुण जेटली खड़े हुए और उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस संबंध में झूठ बोला है. वो दिन में पांच बार झूठ बोलते हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमें एक बार फिर निराश किया है क्योंकि हमें उम्मीद थी कि ये कुछ पुख्ता बातें सदन में रखेंगे. कांग्रेस के मुख्य वक्ता ने इस मामले में सब कुछ झूठ बोला है. पिछले छह माह से इस संबंध में बोला गया हर शब्द फर्जी और झूठा है.
अरुण जेटली ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि सबसे पुरानी पार्टी के नेता को राफेल विमान के बारे में कुछ पता ही नहीं है. देश के कुछ परिवारों को पैसे का गणित समझ में आता है. उनका देश की सुरक्षा से कोई ताल्लुक नहीं है. उन्होंने कहा कि बोफोर्स और हेराल्ड में कांग्रेस ने साजिश रची थी. रक्षा सौदों के साजिशकर्ता आज हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं.
अरुण जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद यह तय हुआ कि हमें पहले से बेहतर विमानों की जरूरत है और इसके लिए 74 बैठकें भी हुई थीं. सरकार ने साल 2016 में दसॉ के साथ अपना समझौता तय किया है और सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रक्रिया को पूरी तहर उचित बताया है. ऐसे में राहुल जो सवाल खड़े कर रहे हैं वे झूठ है.
जेटली ने कहा कि 2016 की डील यूपीए के दौरान जो डील की जा रही थी उसकी कीमत से सस्ती है. ये बात एंटनी जी इन्हें समझा सकते हैं. उन्होंने कहा कि राफेल विमान उड़ाने के लिए नहीं होते बल्कि उनमें लगे लड़ाकू उपकरणों से उनकी कीमत आंकी जाती है.
जेटली ने लोकसभा में कहा कि वायुसेना ने इन विमानों की मांग की थी. देश की सुरक्षा के लिए राफेल विमान जरूरी थे और सही प्रक्रिया के तहत ही इस डील को पूरा किया गया है. जेटली ने कहा कि राफेल पर यूपीए सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.