
कांग्रेस से निष्कासित मणिशंकर अय्यर पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कांग्रेस नेताओं के पाकस्तानी राजनयिकों से मिलने पर उपजे विवाद पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान के बाद अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी पूर्व प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने पाकिस्तानी राजनयिकों से मुलाकात कर आतंकवाद पर राष्ट्रीय नीति का उल्लंघन किया है. इसके साथ ही जेटली ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा माफी मांगे जाने की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया और मांग की कि कांग्रेस बताए कि यह बैठक किस संदर्भ में की गयी, इसका क्या औचित्य और क्या आवश्यकता थी.
जेटली ने इस बैठक को ‘राजनीतिक दुर्भाग्य’ करार देते हुए पूछा कि उन्होंने कांग्रेस के निलंबित मणि शंकर अय्यर द्वारा पाकिस्तानी राजनयिकों के लिए आयोजित रात्रि भोज में किस लिए भाग लिया.
मंत्री ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल से राष्ट्रीय नीति का पालन करने की उम्मीद की जाती है जो कहती है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. जेटली ने सवाल किया कि क्या मुख्य विपक्षी दल राज व्यवस्था का हिस्सा नहीं है? जेटली ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि कांग्रेस पार्टी एक दुर्भाग्य में संलिप्त रही जिसके लिए उसके कुछ वरिष्ठ नेता पक्षकार बन गए और वे भारत के प्रधानमंत्री से इसके लिए माफी की अपेक्षा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर कोई राष्ट्रीय नीति का उल्लंघन करता है तो उसे सवालों का जवाब देने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. यह एक राजनीतिक दुर्भाग्य है, इसकी राजनीतिक कीमत होती है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेटली ने कहा कि माफी तो उन लोगों को मांगनी चाहिए जिन्होंने ‘आतंकवाद व बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते’ की राष्ट्रीय नीति का उल्लंघन किया है. जेटली ने इसके साथ ही आतंकवाद की लड़ाई में मौजूदा सरकार के रिकार्ड का बखान किया और कहा कि मौजूदा सरकार का आतंकवाद से लड़ने का जो रिकार्ड रहा है वह पिछली किसी भी सरकार का नहीं रहा है.
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि राजनीतिक फायदों के लिए मोदी झूठ फैला रहे हैं. पूर्व PM ने आगे कहा कि पार्टी के फायदे के लिए संवैधानिक पदों की गरिमा का भी वह ख्याल नहीं रख रहे हैं. उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
मनमोहन सिंह का यह बयान पीएम मोदी के आरोप के बाद आया था. पीएम ने रविवार को बनासकांठा के पालनपुर में एक चुनावी रैली में आरोप लगाया था कि गुजरात के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीमा पार से मदद से ले रहे हैं. कांग्रेस पर हमले के साथ मोदी ने सवाल किया था कि आखिर पाकिस्तान में सेना और इंटेलिजेंस में उच्च पदों पर रहे लोग गुजरात में अहमद पटेल को सीएम बनाने की मदद की बात क्यों कर रहे हैं? मोदी ने पूछा था कि आखिर इसके क्या मायने हैं?
मोदी ने एक दिन पहले ही आरोप लगाया था कि गुजरात में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तानी तत्व साथ मिलकर काम कर रहे हैं. गुजरात में रविवार को एक सार्वजनिक जनसभा में मोदी ने यह भी कहा था कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उनके खिलाफ नीच शब्द वाली टिप्पणी अपने आवास पर रात के खाने के बाद की थी. अय्यर के निवास पर इस रात्रिभोज में अंसारी और सिंह के अलावा पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी और भारत में वर्तमान पाकिस्तानी उच्चायुक्त शामिल हुए थे.