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दिन में हॉक एडवांस जेट विमान उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनीं मोहना सिंह

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में यह कहा गया है कि मोहना को हॉक एडवांस जेट की यह कामयाबी पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा वायुसेना अड्डे पर 30 मई यानि गुरुवार को मिली. वर्ष 2016 में मोहना को दो अन्य महिलाओं (अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ) के साथ लड़ाकू पायलट प्रशिक्षण के चुना गया था.

Flight Lieutenant Mohana Singh Flight Lieutenant Mohana Singh
aajtak.in/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 01 जून 2019,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

भारतीय वायुसेना की फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहना सिंह दिन में हॉक एडवांस जेट विमान उड़ाने वाली पहली महिला लड़ाकू पायलट बन गई हैं. रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मोहना को हॉक एडवांस जेट की यह कामयाबी पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा वायुसेना अड्डे पर 30 मई यानि गुरुवार को मिली. वर्ष 2016 में मोहना को दो अन्य महिलाओं (अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ) के साथ लड़ाकू पायलट प्रशिक्षण के चुना गया था.

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पूर्व में लेफ्टिनेंट भावना कंठ युद्ध में शामिल होने की योग्यता हासिल करने वाली पहली महिला फाइटर बनी थीं. वायुसेना के हवाले से 22 मई को कहा गया था कि मिग 21 को उड़ाकर भावना कंठ ने इस मिशन को पूरा किया था. आपको बता दें, भावना कंठ भारतीय वायुसेना के पहले बैच की महिला फाइटर पायलट हैं. इनके साथ जिन दो अन्य महिलाओं को फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में चुना गया था, उन्हीं में से मोहना कंठ भी हैं.

31 मई को जारी बयान में यह कहा गया कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहना सिंह पश्चिम बंगाल स्थित कलाईकुंडा वायु सेना अड्डे पर एयरक्राफ्ट की 4 सैन्य उड़ान पूरी करने के साथ ही हॉक एडवांस मिशन को अंजाम देने वाली पहली महिला पायलट बन गयीं. यह हॉक जेट के संचालन के लिए सिलेबस का आखिरी चरण होता है.

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उनके प्रशिक्षण में हवा से हवा में और हवा से जमीन पर लड़ाकू मिशन के दौरान उड़ान भरना शामिल है. उन्होंने कई प्रशिक्षण मिशन पूरे किये हैं जिनमें उच्च क्षमता वाले बमों को गिराना शामिल है. इसके अलावा उन्होंने वायुसेना स्तर की उड़ान प्रशिक्षणों में भी भाग लिया है. बयान के अनुसार मोहना के पास 500 घंटे की उड़ान का अनुभव है.

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