
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता योगेंद्र यादव को हिरासत में लिया गया है. योगेंद्र यादव को तमिलनाडु के तिरुवनमलाई में पुलिस ने तब हिरासत में लिया जब वह किसानों के साथ मिलकर सलेम और चेन्नई के बीच आठ लेन के एक्सप्रेसवे का विरोध कर रहे थे.
योगेंद्र यादव को किसानों के साथ हिरासत में लिया गया है. फिलहाल उनको हिरासत में लेकर एक मैरिज हॉल में रखा गया है. तिरुवनमलाई के एसपी मौके पर मौजूद हैं. हिरासत में लिए जाने के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि वह वहां किसानों से बात करने के लिए आए थे.
यादव के मुताबिक वे जानना चाहते थे कि क्या सच में किसान एक्सप्रेसवे के लिए अपनी जमीन देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जब हम एक गांव से दूसरे गांव जा रहे थे तो पुलिस ने हमें रोक लिया.
इस पूरी घटना का वीडियो उनका एक साथी बना रहा था. यादव का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान फोन भी छीन लिया. पुलिस ने उसके साथ हाथापाई की. हमें बताया गया कि हम किसानों से नहीं मिल सकते. हम सिर्फ किसानों से मिलने उनके घर जा रहे थे. हमें ऐसा करने से कैसे रोका जा सकता है. यह तमिलनाडु पुलिस का राज है.
2015 में स्वराज इंडिया की शुरुआत करने वाले योगेंद्र यादव ने कहा कि मैंने तिरुवन्नामलाई के डीएम से अधिग्रहण और 8-लेन वे के लिए पुलिस अतिक्रमण के शिकायत के बारे में बात की. उन्होंने किसी भी तरह से पुलिस हस्तक्षेप से इंकार किया. फोन पर बात के मिनटों बाद पुलिस ने हमें हिरासत में लिया.
यादव ने कहा कि तिरुअन्नामलाई के पुलिस अधीक्षक ने मुझे कहा कि मेरी उपस्थिति से कानून व्यवस्था बिगड़ सकता है, अशांति फैल सकती है इसलिए मुझे हिरासत में लिया गया. मैंने कहा कि मैं सिर्फ किसानों के घरों में जाऊंगा लेकिन एसपी ने कहा कि मुझे नहीं जाने दिया जाएगा. ऐसा लगता है, गांधी का सविनय अवज्ञा ही सिर्फ एक तरीका है.