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अब देवगौड़ा बोले- 6 महीने में सबकुछ सहा- अब चुप नहीं रह सकता

देवगौड़ा ने कहा है कि वह अब तक तो चुप थे, लेकिन अब उन्हें अपना मुंह खोलना पड़ रहा है. देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वेपीड़ा में हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (रॉयटर्स) पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (रॉयटर्स)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST

कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के बीच गठबंधन की सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के अपनी पीड़ा उजागर करने के बाद अब उनके पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने भी अपना मुंह खोला है.

जेडी(एस) मुखिया देवगौड़ा ने कहा है कि इस गठबंधन को केवल छह महीने हुए हैं और इस दौरान उन्होंने सबकुछ देख लिया है. देवगौड़ा ने कहा है कि वह अब तक तो चुप थे, लेकिन अब उन्हें अपना मुंह खोलना पड़ रहा है. यही नहीं, देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पीड़ा में हूं. आज कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बने छह महीने पूरे हो गए. इन छह महीनों में हमने सबकुछ देख लिया है. मैंने अब तक अपना मुंह नहीं खोला था, लेकिन अब मैं चुप नहीं रह सकता.

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उन्होंने आगे कहा कि यह गठबंधन चलाने का कौन सा तरीका है कि आपको रोज गठबंधन के अपने सहयोगी से निवेदन करना पड़े कि कोई असंसदीय टिप्पणी न करे. बता दें कि इससे पहले उनके बेटे और राज्य के मुखिया एचडी कुमारस्वामी भी कांग्रेस विधायक की टिप्पणी पर बिफर गए थे. कांग्रेस के विधायकों ने कहा था कि उनके सीएम तो सिद्धारमैया ही हैं, जो इससे पहले राज्य में सीएम थे. कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने भी कहा था कि सिद्धारमैया ही कर्नाटक के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं. इसपर गुस्साए कुमारस्वामी ने कहा था कि वह अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा था कि कांगेस को अपने विधायकों की जुबान पर लगाम लगानी चाहिए.

इस मामले के बाद कांग्रेस ने ऐसा बयान देने वाले विधायकों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था, लेकिन लगता नहीं है कि जेडी(एस) इससे संतुष्ट है. बता दें कि इससे पहले कर्नाटक में विधायकों के जोड़तोड़ की कोशिश भी की जा रही थी. बता दें कि कांग्रेस राज्य में 80 विधायक होने के बावजूद बैकसीट पर है और 37 सीटें जीतकर जेडी(एस) के कुमारस्वामी सीएम बने हैं. कांग्रेस ने यह दांव 104 सीटें जीतने वाली बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए लगाया था.

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