
दो दिवसीय भारत दौरे पर आए फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां ये ली दारियां ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मुलाकात की. इस दौरान C-DAC और फ्रांस के ATOS ने भारत में सुपर कंप्यूटरों के विकास के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए गए.
इस मुलाकात के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता और न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में सदस्यता का फ्रांस ने निरंतर समर्थन किया है, इसके लिए हम उनके आभारी है. इसके अतिरिक्त वैश्विक और क्षेत्रीय हितों के अनेक विषयों पर भी हमारे बीच चर्चा हुई. भारत फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मज़बूत करने में मंत्री ज्यां ये ली दारियां द्वारा दिया गया योगदान अमूल्य है. हम उनकी अगली भारत यात्रा की उत्सुकता से प्रतीक्षा करेंगे.
उन्होंने कहा कि एक दूसरे की डिग्रियों को आपसी मान्यता दिये जाने के समझौते और माइग्रेशन और मोबिलिटी के समझौते से 2020 तक दस हज़ार छात्रों के आदान-प्रदान के लक्ष्य की प्राप्ति में मदद मिलेगी. भारत और फ़्रांस के सांस्कृतिक उत्सवों के एक दूसरे के देशो में मनाए जाने से हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को जनता द्वारा जानने और समझने तथा सराहे जाने में मदद मिली है.
सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे ये जानकार कर हार्दिक प्रसन्नता हुई है कि फ़्रांस में प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है और फ़्रांस में योग के बड़ी संख्या में अनुयायी है.