
मानसून की झमाझम बारिश का सिलसिला पश्चिमी बंगाल के गांगेड़ क्षेत्रों, बिहार, झारखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात और पूर्वी राजस्थान में दर्ज किया गया. जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कई जगहों पर रुक-रुककर बारिश हो रही है.
पिछले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में 20 सेमी, बांकुरा और बर्दवान में 17-17 सेमी, शांतिनिकेतन में 13 सेमी, कैनिंग में 10 सेमी, कोलाकाता और हल्दिया में 8-8 सेमी, मिदनापुर और डायमंड हॉर्बर में 7-7 सेमी की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई. देश के दूसरे हिस्सों में देखें तो गया में 9 सेमी, जमशेदपुर में 8 सेमी, दार्जिलिंग में 7 सेमी, चंडीगढ़, माउंट आबू और कालिंगपोंग में 6-6 सेमी की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई.
बना हुआ है कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग का कहना है कि इस समय पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल और झारखंड के ऊपर एक ताकतवर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इन दोनों वेदर सिस्टम के चलते मानसून अक्ष के दक्षिणी हिस्से में झमाझम बारिश हो रही है. जानकारों के मुताबिक बंगाल और झारखंड के ऊपर मौजूद वेदर सिस्टम अगले 24 से 48 घंटों में उत्तरी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होता हुआ राजस्थान में दाखिल हो जाएगा. इससे मध्य भारत के तमाम क्षेत्रों में अगले दो से तीन दिनों में भारी बारिश का अंदेशा है.
राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ में भारी बारिश
मौसम विभाग ने अगले 24 से 72 घंटों में पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. ऐसा अनुमान है कि पूर्वी राजस्थान के जिन इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है, उन्हीं क्षेत्रों में बंगाल से आ रहे नए वेदर सिस्टम की वजह से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. ऐसे में चित्तौड़गढ़, उदयपुर, पाली, बीकानेर, माउंट आबू, सवाई माधौपुर और उदयपुर में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. वहीं मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अगले 24 से 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है. पश्चिमी मध्य प्रदेश के तमाम इलाकों में 25 अगस्त तक झमाझम बारिश का दौर बना रहेगा. इसी तरह से उत्तरी छत्तीसगढ़ के तमाम क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश होने की आशंका है.
भारी बारिश से बढ़ी बाढ़ की संभावना
खास बात ये है कि मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के जिन क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है उनमें और ज्यादा बारिश की आशंका है. जानकारों के मुताबिक केन, बेतवा और चंबल नदियों के संग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश रुक-रुककर हो रही है. ऐसे में इन तीनों नदियों के बहाव में फिलहाल अगले तीन से पांच दिनों तक कमी आने की संभावना नहीं है और उल्टे केन-बेतवा में बाढ़ की स्थिति और भयावह होने की आशंका है.
यूपी, बिहार को अभी नहीं मिलेगी बाढ़ से निजात
उधर बाढ़ का कहर मचाने वाली दूसरी नदी सोन के संग्रहण क्षेत्र में पिछले 24 से 48 घंटों में झमाझम बारिश हुई है और आने वाले 24 घंटों में इसके संग्रहण क्षेत्र में और बारिश होने की आशंका है. ऐसे में सोन नदी के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी हो सकती है. केन, बेतवा और चंबल नदियों का पानी यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी कर देगा. दूसरी तरफ सोन और कोयल नदियों का पानी गंगा के जलस्तर को बढ़े हुए स्तर पर बने रहने में मदद करेगा. इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल को फिलहाल बाढ़ से निजात अगले पांच-छह दिनों तक नहीं मिलने वाली है.