
जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता इस साल भारत कर रहा है. इस हफ्ते कई बैठकों का आयोजन हुआ, लेकिन सबसे अधिक चर्चा में उत्तर प्रदेश के वाराणसी की बैठक रही. वजह ये थी कि यह जी20 की 100वीं बैठक थी. देश के अलग-अलग शहरों में बैठकें आयोजित हो रही हैं. इन शहरों को खूब सजाया जा रहा है.
साथ ही इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि बैठक होने के साथ ही वहां की संस्कृति की जानकारी देने के लिए कार्यक्रम भी आयोजित हों. इससे विदेशी मेहमान भारत को और करीब से जान पाएंगे. वाराणसी में हुई एक बैठक का ही उदाहरण ले लेते हैं, यहां हमारे विदेशी मेहमान पारंपरिक गीतों पर कलाकारों के साथ ताल से ताल मिलाकर थिरकते दिखाई दिए.
वाराणसी को खूब धूमधाम से सजाया गया था. शहर लाइटों से जगमगा उठा, मानो रोशनी में नहाया हो. इसकी खूबसूरत देखते ही बन रही थी.
इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में हुई बैठक भी काफी चर्चा में रही. यहां विदेशी मेहमानों का पूरी तैयारी के साथ स्वागत हुआ. उन्होंने न केवल पारंपरिक नृतयों का आनंद लिया बल्कि पारंपरिक गीत गाते कलाकार भी देखे.
आज हम जी20 से जुड़ी हफ्ते भर की खबरों पर बात करेंगे. जी20 जिन चैनलों पर काम करता है, उन्हीं के वर्किंग ग्रुप्स के बीच ये बैठक होती हैं. प्रमुख चैनल वित्तीय ट्रैक और शेरपा ट्रैक हैं. इसके अलावा इंगेजमेंट ग्रुप भी होता है.
अब जान लेते हैं कि बीते हफ्ते कौन सी बैठकों का आयोजन हुआ. साथ ही आगामी बैठकें कौन सी हैं.
बीते हफ्ते की बैठकें
शेरपा ट्रैक
अगले हफ्ते होने वाली बैठकें
शेरपा
शिक्षा कार्य समूह की तीसरी बैठक (26-29 अप्रैल, 2023)- भुवनेश्वर
जी20 से जुड़ी बड़ी खबरें-
वाराणसी में 100वीं बैठक का समापन
भारत ने बीते सोमवार तक जी20 की 100 बैठकों का आयोजन कर लिया था. 100वीं बैठक वाराणसी में कृषि वैज्ञानिकों के बीच हुई. जबकि पहली बैठक 1 दिसंबर, 2022 को हुई थी. सोमवार को ही गोवा और हैदराबाद में भी जी20 की बैठकें आयोजित की गईं. विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि 28 राज्यों के 41 शहरों में अभी तक 100 बैठकें हो चुकी हैं. इनमें 110 देशों के 12,800 प्रतिनिधियों ने शिरकत की है. इनमें 20 सदस्य देशों के अलावा 9 आमंत्रित देश और 14 वैश्विक संस्थान शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 100वीं बैठक की सराहना की. उन्होंने जी20 इंडिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के सिद्धांत द्वारा निर्देशित और 'वसुधैव कुटुम्बकम' के हमारे लोकाचार के अनुरूप, भारत की जी20 अध्यक्षता ने विश्व कल्याण को आगे बढ़ाने और एक बेहतर दुनिया के निर्माण के लिए काम किया है.'
2023 का युवा 2047 के भारत को परिभाषित करेगा- जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 'युवा 20 (Y20/Youth20) परामर्श के तहत आयोजित शांति-निर्माण और समाधान: युद्ध रहित युग की शुरुआत' बैठक को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि '2023 का युवा 2047 के भारत को परिभाषित करेगा.' उन्होंने जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित बैठक में कहा कि आजादी के बाद तीन पीढ़ियां बीतीं और कभी भी प्रतिभा या क्षमताओं की कोई कमी नहीं रही. मगर कमी रही तो अनुकूल माहौल की. जिसे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपलब्ध करवा दिया है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि यह एक शानदार अवसर है लेकिन चुनौती भी है. क्योंकि यही युवा 2047 की सूरत तय करेंगे. जो आज 30 साल के हैं, वो प्रमुख नागरिक होंगे.
राजस्थान में 'जी20 टूरिज्म एक्सपो' का आयोजन
जी20 बैठकों के मद्देनजर पर्यटन मंत्रालय 23 से 25 अप्रैल, 2023 तक राजस्थान के जयपुर में 'जी20 टूरिज्म एक्सपो' का आयोजन कर रहा है. इसके उद्घाटन सत्र को जी20 शेरपा अमिताभ कांत और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह संबोधित करेंगे.
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर तैयारियां तेज
जम्मू कश्मीर में जी20 की बैठक को लेकर सुरक्षा तैयारियां तेज कर दी गई हैं. इसके लिए गृह मंत्रालय की टीम सांबा पहुंची. यहां 22-24 मई, 2023 को श्रीनगर में तीसरी पर्यटन कार्य समूह की बैठक आयोजित होगी. इसी वजह से सभी सीमाओं पर सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम ने सांबा सेक्टर के सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया.
जी20 में सबसे अधिक अफ्रीकी देशों की सहभागिता
भारत की जी20 अध्यक्षता में अभी तक अफ्रीकी देशों की तरफ से सबसे अधिक सहभागिता देखी गई है. इस बात की जानकारी संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनधि रुचिरा कंबोज ने दी है. उन्होंने बताया कि जी20 सम्मेलन के दौरान दक्षिण अफ्रीका, मॉरिशस, मिस्र, नाइजीरिया, अफ्रीकी यूनियन के सदस्य देश, अफ्रीकन यूनियन डेवलपमेंट एजेंसी सहित कई ने शिरकत की है. वहीं भारत ने विकासशील देशों की आवाज को मुखरता से उठाया है.
विदेशी मेहमानों ने हिमाचल में किया इंजॉय
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 19-20 अप्रैल, 2023 को आयोजित 'ईको-इनोवेशन फॉर एनर्जी ट्रांजिशन' पर दो दिवसीय RIIG (रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग) सम्मेलन का आयोजन हुआ. इसमें शामिल होने के लिए जो विदेशी मेहमान आए उन्होंने धर्मशाला की खूबसूरती देखी. इस दौरान उन्होंने नरघोटा में चाय बागानों में चाय की पत्तियां चुनीं. साथ ही कांगड़ा कला संग्रहालय में कांगड़ा पेंटिंग में भी हाथ आजमाया. मेहमानों ने रेडिसन ब्लू होटल में योग क्रियाएं कीं. उन्होंने चायपत्ती बनाने की प्रक्रिया को जाना.
बता दें, सितंबर की शुरुआत में भारत नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इसमें जी20 के सदस्य देशों के नेता शिरकत करेंगे. इनकी लिस्ट भी जी20 की वेबसाइट पर जारी हो चुकी है.
चलिए अब जी20 से जुड़े अहम सवालों के जवाब जान लेते हैं-
चैनल्स के वर्किंग ग्रुप्स-
वित्तीय ट्रैक के वर्किंग ग्रुप (G20 Finance Track)
फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप (एफडब्ल्यूजी), इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर (आईएफए), इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप (आईडब्ल्यूजी), सस्टेनेबल फाइनेंस वर्किंग ग्रुप (एसएफडब्ल्यूजी), वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक भागीदारी (जीपीएफआई), संयुक्त वित्त और स्वास्थ्य टास्क फोर्स, अंतर्राष्ट्रीय कराधान, वित्तीय क्षेत्र के मुद्दे.
शेरपा ट्रैक के वर्किंग ग्रुप (G20 Sherpa Track)
कृषि, भ्रष्टाचार-रोध, संस्कृति, डिजिटल अर्थव्यवस्था, आपदा जोखिम कम करना, विकास, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण और जलवायु स्थिरता.
इंगेजमेंट ग्रुप (G20 Engagement Groups)
बिजनेस20, सिविल20, श्रम20, संसद20, विज्ञान20, एसएआई20, स्टार्टअप20, थिंक20, अर्बन20, वुमन20, यूथ20.
जी20 क्या है? (What is G20)
जी20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई थी. यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच है.
जी20 अहम क्यों है? (Why G20 is Important)
जी20 प्रेसीडेंसी कैसे सौंपी जाती है? (G20 Presidency Process)
जी20 के सदस्य (G20 Member Countries)
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी20) में 19 देश (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और यूरोपीय संघ शामिल हैं.