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गढ़चिरौली हमले की इनसाइड स्टोरी: नक्सली कमांडर डूंगा का नाम आया सामने

राज्य सरकार की QRT कुखेड़ा पुलिस स्टेशन से गाड़ी संख्या MH-33T0483 निकली. करीब 12.15 पर लेनधारी नाला के पास नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर दिया जिसमें 15 जवान शहीद हो गए.

गढ़चिरौली में नक्सली हमला गढ़चिरौली में नक्सली हमला
aajtak.in/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2019,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST

गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस के C-60 कमांडो के क्यूआरटी पर हुए नक्सली हमले में नक्सली कमांडर डूंगा उर्फ येशू बापू की खतरनाक चाल सामने आ रही है. आजतक को सूत्रों ने जानकारी दी है कि बुधवार तड़के करीब 2 बजे से सुबह 5 बजे के बीच नक्सलियों के एक 30-40 लोगों के दल ने दादापुर मिक्सर प्लांट की 27 गाड़ियों को जला दिया था. ये सभी गाड़ियां रोड कंस्ट्रक्शन का काम (पुराडा से मालवाड़ा के बीच) कर रही थीं. सूत्रों ने आजतक को बताया है कि नक्सलियों के इस तरह गाड़ियों को जलाने के पीछे मकसद ये भी था कि गाड़ियों के जलने के बाद जो भी टीम आएगी उसको निशाना बनाया जाएगा.

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गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि 11 बजे के आसपास राज्य सरकार की QRT कुखेड़ा पुलिस स्टेशन से गाड़ी संख्या MH-33T0483 निकली. करीब 12.15 पर लेनधारी नाला के पास नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर दिया जिसमें 15 जवान शहीद हो गए. उधर इस पूरे मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है कि नक्सलियों के हौसले पस्त हो चुके हैं इसलिए इस तरह की कायराना हमलों को अंजाम दे रहे हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से केंद्र सरकार संपर्क में है. जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद देने की बात कही गई है.

नक्सलियों के खिलाफ इस समय जिस तरीके के ऑपरेशन रेड कॉरिडोर में चलाए जा रहे हैं, वैसे में नक्सलियों के हौसले पस्त हैं. यही वजह है कि नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की फिराक में हैं. इंटेलीजेंस एजेंसी ने हाल ही में ऐसे 13 अलर्ट दिए थे जिसमें कहा गया था कि नक्सली कस्नासुर में ढेर किए गए 40 नक्सलियों का बदला लेने के लिए जंगलों में मीटिंग कर रहे हैं. खुफिया सूत्रों ने आजतक को बताया है कि जवानों के हमले के लिए नक्सली कमांडर भास्कर हुचामी और डूंगा ने 30 अप्रैल को जंगलों में कस्नासुर हमले का बदला लेने के लिए 3 दर्जन से ज्यादा नक्सली एरिया कमांडर्स के साथ बैठक भी की थी. सूत्रों के मुताबिक इसका भी अलर्ट सुरक्षा बलों को दिया गया था.

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सुरक्षा महकमे के सूत्रों के मुताबिक 40 नक्सलियों की एक बड़ी टीम इस एरिया में हमेशा एक्टिव है जो कॉन्ट्रैक्टर से लेवी के जरिये पैसा उगाही करती हैं. इसमें राजा उर्फ रमेस और मधु उर्फ मेवलेविया खतरनाक हैं. ये सारे इस महीने में टीसीओसी के जरिये ऑपरेशन करने की फिराक में थे. सूत्रों के मुताबिक इस बारे में पिछले महीने खुफिया एजेंसियों ने 13 इनपुट्स दिए थे. इसके बावजूद सुरक्षा में भारी चूक हुई. हालांकि अब इस हमले के मास्टरमाइंड डूंगा की तलाश सुरक्षा एजेंसियों ने तेज कर दिया है.

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