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गोवा में ऐसे हुआ साइलेंट ऑपरेशन लोटस, डेढ़ महीने पहले MLA बने मोनसेराते ने तोड़ी कांग्रेस

कांग्रेस नेता कावलेकर ने कहा कि मैं सदन में विपक्ष का नेता था, इसके बावजूद हमारे विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं हुआ. अगर कोई काम नहीं होगा, तो लोग हमें अगली बार कैसे चुनेंगे. कांग्रेस ने जो वादे किए वो पूरे नहीं किए.

गोवा कांग्रेस से बागी नेता बीजेपी में विलय करते हुए (फोटो-ANI) गोवा कांग्रेस से बागी नेता बीजेपी में विलय करते हुए (फोटो-ANI)
कुबूल अहमद/कमलेश सुतार
  • पणजी/नई दिल्ली,
  • 11 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 3:03 PM IST

कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार पर संकट के बादल अभी छटे भी नहीं थे कि गोवा में कांग्रेस के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई. गोवा में कांग्रेस के 10 विधायकों ने बुधवार की शाम बीजेपी का दामन थाम लिया है. माना जा रहा है कि गोवा में 'साइलेंट ऑपरेशन लोटस' की सफलता के पीछे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की अहम भूमिका रही है.

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सीएम सावंत ने विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे चंद्रकांत कावलेकर और पणजी सीट से हाल ही में उपचुनाव जीतने वाले अतानासियो मोनसेराते के जरिए साइलेंट ऑपरेशन लोटस को अमली जामा पहनाया. इसी के साथ गोवा में बीजेपी बहुमत के जादुई आंकड़े से कहीं ज्यादा विधायकों की संख्या जुटा ली है.

कांग्रेस के 10 बागी विधायकों के बीजेपी में शामिल हो जाने से विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर 5 रह गई है. कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में चंद्रकांत कावलेकर, इसीडोर फर्नाडिस, फ्रांसिस सिलवेरा, फिलिप नेरी रोड्रिगेज, जेनिफर एवं अतानासियो मोनसेराते, अंतोनियो फर्नाडिस, नीलकंठ हालारंकर, कलाफासियो डॉयस और विल्फ्रेड डीसा शामिल हैं.

बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन सरकार बनाने में बीजेपी सफल रही थी. इसके बाद कांग्रेस ने अपने विधायक चंद्रकांत कावलेकर को विपक्ष का नेता बनाया था, लेकिन दो साल के बाद उसी नेता को अपनी ही कांग्रेस पर भरोसा नहीं रह गया है.

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मौके की नजाकत को समझते हुए बीजेपी ने हाल ही में पणजी सीट से उपचुनाव जीतने वाले कांग्रेस अतानासियो मोनसेराते को साधा. वो पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद खाली हुई पणजी सीट से जीतकर आए हैं. मोनसेराते को कांग्रेस से विधायक बने महज डेढ़ महीने ही हुए हैं. सूत्रों की मानें तो मोनसेराते और प्रतिपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने मिलकर अपने साथी विधायकों को बीजेपी में जाने के लिए तैयार किया.

कांग्रेस नेता कावलेकर ने कहा कि मैं सदन में विपक्ष का नेता था, इसके बावजूद हमारे विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं हुआ. अगर कोई काम नहीं होगा, तो लोग हमें अगली बार कैसे चुनेंगे. कांग्रेस ने जो वादे किए वो पूरे नहीं किए. कई मौके थे कि हम (कांग्रेस) सरकार बना सकते थे, लेकिन एकता ना होने के चलते हम ऐसा नहीं कर सके. इसी के चलते हम सभी 10 विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं.

मंत्री बनाए जा सकते हैं कांग्रेसी बागी

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत जल्द ही कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं. राज्यपाल मृदुला सिन्हा के पणजी लौटने पर कांग्रेस छोड़ चुके कावलेकर समेत तीन विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक मनोहर पर्रिकर के निधन से खाली हुई पणजी सीट को 25 साल बाद बीजेपी से छीनने वाले अतानासियो मोनसेराते को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. वेलिम सीट सेविधायक फिलिप नेरी को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है.

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बता दें कि गोवा में 40 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 17 विधायक थे. ऐसे में कांग्रेस के 10 विधायकों के एक गुट के बीजेपी में विलय के बाद अब बीजेपी के विधायकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है. गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन और 3 निर्दलीय विधायक पहले से ही बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. इस तरह से कांग्रेस के पास अब महज 5 विधायक बचे हैं.

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