
हाल ही में चर्चा में आए व्हाट्सएप स्पाईवेयर 'पेगासस' के बारे में केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में लिखित जवाब देते हुए कहा कि यह घटना सरकार के संज्ञान में है. अक्टूबर में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि 'पेगासस' स्पाईवेयर के सहारे दुनिया भर में व्हाट्सएप यूजर्स की जासूसी की गई. इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रलाय की ओर से कहा गया है कि इसमें भारत के भी 121 व्हाट्सएप यूजर्स प्रभावित हुए हैं.
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलीज की ओर से सदन में व्हाट्सएप जासूसी का मुद्दा उठाया गया था, जिसका जवाब देते हुए सरकार ने यह जानकारी दी.
इजराइल की एक कंपनी ने बनाया स्पाईवेयर
मंत्रालय ने बताया कि 'व्हाट्सएप के मुताबिक, यह स्पाईवेयर इजराइल की एक कंपनी NSO Group द्वारा बनाया गया है. इस कंपनी ने पेगासस को बनाया और इसका इस्तेमाल लोगों के मोबाइल तक पहुंचने के लिए किया जा रहा है. दुनिया भर में 1400 मोबाइल को निशाना बनाया गया जिसमें से 121 यूजर्स भारत से हैं.'
सरकार ने इस बात से इनकार किया कि सरकार लोगों की जासूसी करवा रही है. लिखित जवाब में कहा गया है कि 'इस बारे में मीडिया में आई खबरों के आधार पर कुछ बयान सामने आए हैं. कथित जासूसी के लिए भारत सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास पूरी तरह से गुमराह करने वाला है. सरकार निजता के अधिकार समेत नागरिकों के मूलभूत अधिकारों की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है.'
व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक
सरकार ने सदन को सूचित किया कि इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने 17 मई, 2019 को एक नोट प्रकाशित करके व्हाट्सएप की अतिसंवेदनशीलता के बारे में जवाबी उपाय सुझाए थे. इसके बाद 20 मई, 2019 को व्हाट्सएप ने CERT-In को रिपोर्ट किया कि उसने इस संवेनदशीलता की समस्या का समाधान कर दिया है. अटैकर को रोकने के लिए मोबाइल में कोड फिक्स किए गए हैं. अब आगे यह समस्या नहीं आएगी.
मंत्रालय ने आगे कहा कि 5 सितंबर, 2019 को व्हाट्सएप ने मई में रिपोर्ट की गई सुरक्षा संबंधी घटना के अपडेट का उल्लेख करते हुए CERT-In को लिखा कि इस हमले की पूरी जानकारी नहीं मिल सकती है, व्हाट्सएप उपलब्ध सूचनाओं की समीक्षा कर रहा है.
अक्टूबर के आखिरी में खबरें आई थीं कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये लोकसभा चुनाव के दौरान देश के कई प्रतिष्ठित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और वकीलों के मोबाइल फोन की जासूसी की गई. उसके बाद CERT-In ने प्रासंगिक विवरण और जानकारी मुहैया कराने के लिए व्हाट्सएप को एक औपचारिक नोटिस जारी किया था. सरकार संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान एक व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक (Personal Data Protection Bill) लाने की भी तैयारी कर रही है.