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आतंकियों के जनाजे पर रखी जाएगी पैनी नजर, बढ़ी भारत विरोधी घटनाएं

केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के जनाजे पर पैनी नजर रखेगी. संसद में पूछे गए सवाल पर गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

आतंकियों के जनाजे में जुटते हैं आतंकी आतंकियों के जनाजे में जुटते हैं आतंकी
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 5:56 PM IST

केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के जनाजे पर पैनी नजर रखेगी. संसद में पूछे गए सवाल पर गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

आईआईजी के जरिए रखी जाएगी नजर

राज्यसभा में अपने लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा है कि अब वह एक इंटीग्रेटिड इंटेलिजेंस ग्रिड (IIG)के जरिए इस तरह के जनाजे पर नजर रखेगी. हाल ही में एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के जनाजे पर आईएस के झंडे दिखाए गए थे. गृह मंत्रालय के मुताबिक अब वह एक सुनियोजित तरीके से इसके बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगी.

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दरअसल पिछले कई बार से एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के जनाजे के दौरान भीड़ ने कई घटनाओं को अंजाम दिया और भारत के खिलाफ नारे लगे, इसको लेकर गृह मंत्रालय ने संज्ञान लिया है.

गत जून महीने में दक्षिण कश्मीर के बिजबेहड़ा में एनकाउंटर में मारे गए एक आतंकी के जनाजे में हवाई फायरिंग की गई थी. दरअसल लश्कर के टॉप कमांडर जुनैद मट्टू और नासिर समेत 3 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था. इसके बाद आतंकी मट्टू के जनाजे में करीब 5 आतंकी और नासिर के जनाजे में करीब 10 आतंकी शामिल हुए.

इस दौरान हवाई फायरिग कर आतंकियों के प्रति हमदर्दी दिखाने की कोशिश की गई. जमात उद दावा के चीफ हाफिज सईद ने उरी हमले में मारे गए एक आतंकी के लिए नमाज-ए-जनाजा का आयोजन किया. हालांकि भारत के दबाव में इस आयोजन को टालना पड़ा था.

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