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20 दिन बाद खुला सूरत का कपड़ा मार्केट, GST के आगे झुके कपड़ा व्यापारी

सूरत के कपड़ा व्यापारी गौरव श्रीमाली का कहना है कि केंद्र सरकार ने जीएसटी को लेकर कपड़ा व्यापारियों की नहीं सुनी तो मजबूरन अब कपड़ा कारोबारियों को अपनी दुकानें खोलनी पड़ी हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
गोपी घांघर
  • सूरत,
  • 19 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 8:51 PM IST

जीएसटी के खिलाफ पिछले 20 दिन तक बंद रहा सूरत का कपड़ा बाजार आखिरकार बुधवार को खुल गया. कपड़ा बाजार के खुलने से इस कारोबार से जुड़े लोगों ने तो राहत की सांस ली है साथ ही साथ खुद केंद्र सरकार ने राहत की सांस ली होगी क्योंकि सूरत के कपड़ा बाजार को शुरू करवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे थे.

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लगातार पिछले 20 दिन तक बंद रहे सूरत के इस कपड़ा बाजार की दुकानें बुधवार को खुलने के साथ ही बाजार में चहल-पहल देखने को मिली. हालांकि सूरत के कपड़ा बाजार की दुकानें पुलिस सुरक्षा में खोली गई है यह बात यहां पुलिस की उपस्थिति साबित कर रही है.

केंद्र सरकार द्वारा कपड़ा कारोबार पर 18% जीएसटी लगाया है जिसका विरोध सिर्फ सूरत के कपड़ा कारोबारी नहीं बल्कि देश के बाकी हिस्सों के भी कपड़ा कारोबारी पिछले 20 दिनों से कर रहे थे. सूरत के कपड़ा व्यापारी गौरव श्रीमाली का कहना है कि केंद्र सरकार ने जीएसटी को लेकर कपड़ा व्यापारियों की नहीं सुनी तो मजबूरन अब कपड़ा कारोबारियों को अपनी दुकानें खोलनी पड़ी हैं.

सालाना अरबों रुपए का कारोबार करने वाला सूरत का कपड़ा व्यापार पिछले 20 दिनों में करोड़ों रुपयों का नुकसान भुगत चुका है. 20 दिन बाद सूरत के कपड़ा बाजार की दुकानें तो खुल गई हैं लेकिन यहां खरीददार कोई नजर नहीं आएगा. कपड़ा बाजार से जुड़े लोग केंद्र सरकार के रवैये को लेकर अभी भी नाराज हैं. कपड़ा कारोबार से जुड़े कारोबारियों का मानना है कि भले ही दुकानें खुल गई हों लेकिन बाजार को रूटीन में आने में अभी 10 से 15 दिन का समय लग जाएगा.

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जीएसटी के खिलाफ कपड़ा बाजार को बंद रखने वाले सूरत के कपड़ा कारोबारियों की केंद्र सरकार के कई नुमाइंदों के अलावा खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मुलाकात हुई थी मगर नतीजा नहीं आ पाया. इसलिए कपड़ा कारोबारियों ने जीएसटी नंबर लेकर अपनी दुकानों को शुरू करने का मन बना लिया है.

 

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