
अगस्त में भारी बारिश और बाढ़ से तबाह हो चुके केरल में अब फिर भारी बारिश और तूफ़ान का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत होकर तेज चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इससे केरल के कई हिस्सों में मूसलाधार से भयंकर बारिश हो सकती है.
आईएमडी की भविष्यवाणी के मद्देनजर इडुक्की और मलप्पुरम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. यहां रविवार को भारी वर्षा होने की संभावना है.
इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन से बैठक कर तैयारी बढ़ा दी है. चक्रवात दक्षिणपूर्व अरब सागर और उसके आसपास लक्षद्वीप एवं मालदीव के क्षेत्र में फैला है. इससे छह अक्टूबर तक दक्षिण पूर्व सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
मौसम विभाग का यह भी कहना है कि निम्न दबाव का क्षेत्र संकेंद्रित होकर 36 घंटों में उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़कर चक्रवाती तूफान का रूप लेगा और ओमान तट की ओर बढ़ेगा.
बांधों के पानी की होगी निगरानी...
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने गुरुवार को आपदा प्रबंधन की तैयारी की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को बांधों में पानी के स्तर की निगरानी करने को कहा है. त्रिचूर और पलक्कड़ जिलों में बांधों के दरवाजे अतिरिक्त पानी निकालने के लिए खोल दिए गए हैं. समुद्र में स्थिति शनिवार से बहुत खराब रहने की संभावना है ऐसे में मछुआरों को गहराई में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
100 सालों में सबसे बुरा मानसून झेला था केरल...
केरल में अगस्त में दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने कहर बरपाया था. यह 100 सालों में सबसे बुरी स्थिति थी. कई जिलों में वर्षा और बाढ़ से 493 लोगों की जान चली गई थी. चेन्नई में अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु के जिलाधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. तैयारी की समीक्षा के लिए बैठकें पहले ही बुलायी जा चुकी हैं.
चेन्नई के मौसम उपमहानिदेशक एस बालचंद्रन ने बताया कि अगले तीन दिनों में तमिलनाडु और पुडुचेरी में वर्षा होने की संभावना है. एक और दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. पिछले 24 घंटे में भी तमिलनाडु और पुडुचेरी में वर्षा हो चुकी है.