
समय से पहले आए मॉनसून से कर्नाटक की रफ्तार मानों थम सी गई है. सोमवार को हुई जोरदार बारिश के चलते यहां जनजीवन प्रभावित हुआ. वक्त से पहले आए दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के चलते कर्नाटक के कई हिस्सों में तेज बारिश और आंधी आई. मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आंतरिक कर्नाटक में तीव्र रफ्तार से आया.
सोमवार को तटीय कर्नाटक में यह सक्रिय रहा. तटीय जिलों उडुपी, उत्तर कन्नड़ व दक्षिण कन्नड़ और आंतरिक जिलों कोडगू, हासन और चिकमंगलूर में भारी बारिश हुई.
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, उडुपी, उत्तर कन्नड़, हासन और चिकमंगलूर में सोमवार को 13 सेंटीमीटर तक की भारी बारिश हुई. बेंगलुरु से लगभग 180 किलोमीटर दूर हासन जिले के पश्चिमी घाटों के बीच पहाड़ी नगर येदाकुमेरी के निकट भूस्खलन भी हुआ. इसके चलते यहां दो ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा.
दक्षिण-पश्चिम रेलवे के उपमहाप्रबंधक ई. विजय ने बताया कि हासन-मंगलुरु रेलमार्ग पर भूस्खलन और पेड़ गिरने के कारण यशवंतपुर-करवर एक्सप्रेस को हासन से आंशिक रूप से निरस्त कर दिया गया है.
उत्तर कन्नड़ जिले के करवर मार्ग पर एक्सप्रेस ट्रेन के सभी यात्री हासन रेलवे स्टेशन पर फंस गए थे, जो बाद में राज्य परिवहन की बसों से अपने कस्बों और शहरों तक पहुंचे.
बेंगलुरु और तटीय नगर करवर के बीच चलने वाली ट्रेन करवर-यशवंतपुर एक्सप्रेस को भूस्खलन के कारण दूसरे मार्ग से भेजा गया. मौसम अधिकारियों ने तटीय और दक्षिण भाग के अंदरूनी जिलों में सप्ताह भर बारिश होने का अनुमान लगाया है.