
मंगलवार शाम मध्यप्रदेश के अलग- अलग हिस्सों में हुई बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई. मध्यप्रदेश की अलग अलग मंडियों में रखा हजारों क्विंटल गेहूं इस बारिश की भेंट चढ़ गया. पिछले 10 साल में अप्रैल माह के दौरान मंदसौर जिले में यह सबसे तेज बारिश हुई है.
मंदसौर में मंगलवार दोपहर अचानक हुई बारिश में हजारों क्विंटल अनाज बारिश में भीग गया. किसानों का आरोप है कि मंडी कमेटी यदि चाहती तो बाहर पड़े अनाज की नीलामी पहले ही करवा सकती थी. जिससे बारिश से हुए नुकसान को टाला जा सकता था. लेकिन मंडी कमेटी द्वारा पहले शेड में पड़े अनाज की नीलामी की गई जिसकी वजह से बाहर पड़े हजारों क्विंटल गेहूं और चने की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इस मामले में जब मंडी सचिव ओ.पी.शर्मा से बात की तो उन्होंने साफ कह दिया कि प्राकृतिक आपदा में मंडी क्या कर सकती है, लेकिन फिर बात को संभालते हुए यह भी कहा कि खुले में पड़े गेहूं को शेड में रखवाने की व्यवस्था की जा रही है.
दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के श्योपुर में भी मौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद देर शाम तेज हवा के साथ हुई बारिश ने कहर बरपाया. रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते खरीद केंद्रों पर खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया. वहीं खरीद केंद्रों पर कतार में लगे किसानों का गेंहू भी भीग गया जिससे एक बार फिर किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सबसे ज्यादा चिंता अभी भी खेतो में पक कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल की है,किसानों का कहना है कि खरीद केंद्रों पर तो तमाम परेशानियां झेलनी पड़ती हैं, लेकिन बारिश का दौर नहीं थमा तो नुकसान और बढ़ जाएगा. कई किसानों का आरोप है कि बारिश होते ही कर्मचारी चले गए जिससे फसलों की बिक्री भी रुक गयी.
वहीं रतलाम और आसपास हुई बारिश और ओलावृष्टि से रतलाम जावरा की अरनिया मंडी में किसानों की उपज को काफ़ी नुकसान हुआ है. किसानों का कहना हैं कि तीन से चार दिन हो गए पर उनकी उपज अभी तक नीलाम नहीं कि गई.
देर रात मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में मंगलवार को बिजली गिरने से इंदौर जिले के हातोद में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा धार और खरगोन में भी आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत की खबर है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर जनहानि पर अफसोस जताया और लिखा कि आकाशीय बिजली गिरने से इंदौर, धार जिले में व प्रदेश के अन्य स्थानो पर जनहानि की बेहद दुखदायी घटनाएं सामने आयी है. मौसम विभाग ने 17 और 18 अप्रैल तेज हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है.