
देशभर में बाढ़ से मचे हाहाकार को लेकर गृह मंत्रालय में उच्चस्तरीय कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह राज्यमंत्री नित्यानन्द राय सहित आपदा प्रबंधन विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे.
जानकारी के मुताबिक इस बैठक में बाढ़ से ग्रस्त इलाकों के हालात पर चर्चा हुई. इस दौरान राहत-बचाव सामग्री को जरूरतमंद लोगों तक तेजी से पहुंचाने के निर्देश दिए गए.
बता दें कि आधा हिंदुस्तान बाढ़ से ग्रस्त है. उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, केरल, कर्नाटक और राजस्थान में बाढ़ के कारण प्रलय जैसी स्थिति बनी हुई है.
बाढ़ और भूस्खलन से सबसे भयानक हालात उत्तराखंड के हैं. उत्तराखंड के 8 जिलों में त्राहि-त्राहि मची है. कई जगह बादल फटने के बाद कोहराम मचा हुआ है तो कई जगह भूस्खलन से पहाड़ टूटकर सड़कों पर गिर रहे हैं. उत्तरकाशी, लामबगड़,बागेश्वर,चमोली और टिहरी में तो हालात बहुत बुरे हैं.
बारिश हिमाचल प्रदेश में हो रही है लेकिन सांसें पंजाब की थमी है. लगातार हो रही बारिश से हिमाचल प्रदेश का भाखड़ा नांगल डैम लबालब भर चुका है जिससे बांध के पानी को खोलना पड़ा है. भाखड़ा का पानी अब पंजाब के कई जिलों में हाहाकार मचा रहा है.
इससे पंजाब में किसानों को भारी नुकसान हुआ है, तो राजस्थान और मध्य प्रदेश में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. वाराणसी में तो गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया कि घाट डूब गए हैं.
बता दें कि हरिद्वार में गंगा अपना रौद्र रूप दिखा रही है. गंगा का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. इधर, खराब मौसम की वजह से प्रशासन ने बदरीनाथ धाम की यात्रा पर भी ब्रेक लगा दिया है.