
अपने मुखिया सैयद सलाहुद्दीन को अमेरिका द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने से हिज्बुल मुजाहिदीन बौखला गया है. भारत की पहल पर अमेरिका ने सलाहुद्दीन पर शिकंजा कसा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से ठीक पहले यूएस द्वारा लिए गए इस फैसले को हिज्बुल ने अमेरिकी सरकार की भारत को खुश करने की नीति करार दिया है. यही नहीं हिज्बुल ने खुद को इससे बेपरवाह दिखाने की भी कोशिश की है और इसे ट्रंप द्वारा मोदी को थमाई गई लॉलीपॉप कहा है.
सलाउद्दीन घोषित हुआ ग्लोबल टेररिस्ट
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे से दूसरे दिन राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी. इस मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने पाक की सरपरस्ती में पल रहे आतंकी सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया. इसके बाद हिज्बुल की ओर से एक ट्वीट किया गया जिसे उसके खेमे में मची खलबली के रूप में देखा जा रहा है. इस ट्वीट में हिज्बुल ने लिखा है कि अमेरिका ने भारत की खुश करने की अपनी नीति का एक और सबूत दिया है. ट्रंप ने नरेंद्र मोदी को लॉलीपॉप थमा दिया है. हिज्बुल के इस ट्वीट से साफ है कि वो सलाहुद्दीन को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने से परेशान है.
कश्मीर में 27 साल से दे रहा है दहशत को अंजाम
गौरतलब है कि हिंदुस्तान की ज़मीन पर सलाहुद्दीन पिछले 27 साल से दहशत के खौफनाक खेल को अंजाम दे रहा है. एक ज़माने में उसने चुनाव मैदान में भी ताल ठोकी थी. लेकिन नाकाम होने के बाद वो पाकिस्तान की गोद में जा बैठा और बेगुनाहों का ख़ून बहाने की नापाक साजिशों का सरगना बन गया. सलाहुद्दीन भारत के लिए किसी नासूर से कम नहीं. सीमा पार पाकिस्तान का दामाद बना सलाहुद्दीन हर रोज साजिशें रचता है. भारत के लिए गड्ढे खोदता है.