
होली के मौके 'आज तक' के मंच पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. दरअसल होली त्योहार ही ऐसा है, जिसमें लोग सभी गमों को भुलाकर रंगों में सराबोर हो जाते हैं. 'आज तक' के इस हास्य कवि सम्मेलन में पहुंचे कवियों ने एक से बढ़कर एक राजनीति पर व्यंग्य किए, आखिर करे भी क्यों नहीं, होली का मौका जो है.
सबसे पहले हास्य कवि जगजीत सूफी ने मोर्चा संभाला, उन्होंने अपने चुटकुलों से लोगों को हंसने के लिए मजबूर कर दिया. चुनाव में 'गधों' को लेकर बयानबाजी पर भी उन्होंने कविता के माध्यम से समा बांध दिया. उसके बाद सुदीप भोला ने तो व्यंग्य के साथ ऐसा सुर-ताला छेड़ा कि लोग झूमने लगे. पंजाब और गोवा आम आदमी पार्टी की हार पर उन्होंने अन्ना से जोड़ते चार पंक्तियां सुनाईं, जिससे सुनकर लोग लोटपोट हो गए.
होली पर 'आज तक' की इस खास पेशकश में हास्य कवि विमलेंदु ने अपनी पंक्तियों से खुलकर होली मनाने का राग छेड़ दिया. खासकर युवाओं के लिए उनके पिटारे में बहुत कुछ था. हास्व कवि बेबाक जोनपुरी ने तो होली के इस मौसम में अपनी पंक्तियों के जरिये ही दुल्हन की मांग कर दी. इस फागुन के महीने में 'कोई तो दिला दो एक दुल्हन...', करा दो कोई मेरी भी शादी....'. उनकी इस पंक्ति पर लोग झूम उठे.
फिर हास्य कवि कमलेश शर्मा ने लोगों को हंसाने के लिए आए, उन्होंने राजनीति पर अपनी कविता के माध्यम से तंज कसा, आखिर में कवि प्रवीण शुक्ल ने यूपी चुनाव पर होली के रंग पर पक्तियां सुनाई. उन्होंने अपने ही अंदाज में राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती पर तंज कसे. प्रवीण शुक्ल ने पंक्तियों में ऐसे-ऐसे शब्द पिरोये कि कार्यक्रम में मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए.