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केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि एक दिन के जम्मू कश्मीर के दौरे पर थे. कश्मीर में गृह सचिव ने राज्यपाल एनएन वोहरा और राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की. इसके साथ ही गृह सचिव ने कश्मीर में काम कर रही सुरक्षा एजेंसियों और आर्मी के साथ अलग से मुलाकात की.
गृह सचिव अब दिल्ली लौट चुके हैं. अब कश्मीर के हालात की पूरी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को सौपेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राजनाथ सिंह इस रिपोर्ट के आधार पर कश्मीर के मौजूदा हालात पर समीक्षा कर सकते हैं. गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गृह सचिव ने अपनी रिपोर्ट बताया है कि कश्मीर में पत्थरबाजी की कई घटनाओं की राष्ट्रीय मीडिया द्वारा एकतरफा रिपोर्टिंग से कश्मीर में तैनात सुरक्षा बल खफ़ा हैं. जानकारी के मुताबिक, घाटी के करीब 50 हजार स्कूलों में से सिर्फ 8-9 स्कूलों में ही पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं.
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षाबलों की नाराजगी मीडिया में दिखाए गए पथराव की इन घटनाओं के वीडियो को लेकर भी है. उसका मानना है कि पाकिस्तान इस तरह के वीडियो का इस्तेमाल प्रोपेगंडा के तौर कर रहा है, ताकि अधिक से अधिक स्कूलों में इस तरह की घटनाओं को फैलाया जा सके.
गृह सचिव ने अपने कश्मीर दौरे में पाया कि इन घटनाओं के बावजूद भी सुरक्षा बलों के मनोबल पर कोई बुरा असर नहीं पड़ा है और वे अलगाववादी और आतंकी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं. मनोबल की पड़ताल के लिए गृह सचिव ने अवंतीपुरा में CRPF के जवानों के बीच औचक निरीक्षण भी किया, जिसमें गृह सचिव ने दोपहर का खाना जवानों के साथ खाया और पाया कि जवान वहां बेहतर तरीके से रह रहे हैं.
बता दें कि आगामी 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ की यात्रा पर आतंकी खतरा बरकरार है और इसके लिए गृह सचिव 22 मई को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा समीक्षा की बड़ी बैठक भी करेंगे. हालांकि सरकार और सुरक्षा महकमा से मिली जानकारी के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन में कोई कमी नही आई है.