
विंग कमांडर अंजलि सिंह भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं जो विदेश में भारतीय मिशन में एक सैन्य राजनयिक के रूप में तैनात होंगी. अंजलि सिंह को 10 सितंबर को रूस में भारतीय दूतावास में डिप्टी एयर अटैच के रूप में तैनात किया गया है.
बता दें भारतीय सेना में व्यापक तौर पर सैन्य भर्ती की योजना चालाई जाने वाली है. भारतीय सेना की हर साल मिलिट्री पुलिस में 100 महिला सैनिकों की भर्ती करने की योजना है. मकसद अगले 17 साल में मिलिट्री पुलिस के लिए 1700 महिला सैनिकों को तैयार करना है.
100 महिला सैनिकों के पहले बैच की भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया जारी है. इसी साल दिसंबर में पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी. इन महिला सैनिकों की ट्रेनिंग पुरुष सैनिकों के समान ही 61 हफ्ते में पूरी होगी.
सूत्रों ने बताया कि मिलिट्री पुलिस में महिला सैनिकों की संख्या 1700 तक ले जाने की योजना है. इस संख्या की भविष्य में समीक्षा की जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक अगर कभी मेडिकल या अन्य कारणों से महिला सैनिकों की संख्या में कमी आती है तो अगले साल होने वाली भर्ती में संख्या बढ़ाकर उसे स्थिर रखा जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक अगर कभी मेडिकल या अन्य कारणों से महिला सैनिकों की संख्या में कमी आती है तो अगले साल होने वाली भर्ती में संख्या बढ़ाकर उसे स्थिर रखा जा सकता है. मिलिट्री पुलिस में महिलाओं की भागीदारी सशस्त्र सेनाओं में लैंगिक भेदभाव की शिकायतों को दूर करने की दिशा में भी बड़ा कदम होगी.