
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बैंक कर्ज की धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के भाई राजीव कोचर से पूछताछ कर रही है. हालांकि चंदा और उनके पति दीपक कोचर ने ईडी से खुद से पूछताछ को स्थगित करने का अनुरोध कर रखा है.
इससे पहले ईडी ने पिछले हफ्ते चंदा और दीपक कोचर को समन जारी कर एक हफ्ते में जवाब देने को कहा था. ईडी अधिकारियों के मुताबिक चंदा कोचर को 3 मई को पूछताछ के लिए तलब किया गया है. वहीं चंदा कोचर के पति दीपक और उनके भाई राजीव को 30 अप्रैल को मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था. हालांकि दीपक ने पूछताछ को स्थगित करने की मांग की थी.
ईडी की ओर से जारी समन में कोचर बंधुओं से धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत बयान दर्ज करने के लिए भी कहा गया था. इसके अलावा निजी और आधिकारिक वित्तीय जानकारी से जुड़े कुछ दस्तावेज भी लाने को कहा गया था.
बैंक कर्ज मामले में पिछले महीने एक मार्च को छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने चंदा कोचर और उनके पति दीपक से ईडी के मुंबई कार्यालय में पूछताछ की थी. ईडी ने चंदा कोचर, उनके परिवार और वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत के मुंबई और औरंगाबाद ठिकानों पर छापेमारी की थी.
आपराधिक मामला दर्ज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस साल के शुरुआत में चंदा कोचर, दीपक कोचर, वेणुगोपाल धूत और अन्य के खिलाफ आईसीआईसीआई द्वारा वीडियोकॉन समूह को 1,875 करोड़ रुपये की कर्ज की मंजूरी देने के मामले में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच के लिए पीएमएलए एक्ट के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था.
चंदा कोचर ने पिछले साल अक्टूबर में आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) का पद छोड़ दिया था.
बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में तीनों आरोपियों-चंदा, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ फरवरी में ही लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. बैंक से जुड़े अधिकारियों के मुताबकि लुकआउट नोटिस इसलिए जारी किया गया ताकि आरोपी लोग देश छोड़कर बाहर न भाग सकें.