
कर्नाटक की एक कंपनी आईएमए ज्वेल्स (I Monetary Advisory) के संस्थापक मंसूर खान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय पुलिस (इंटरपोल) ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. मंसूर खान पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर करोड़ों रुपये जुटाने के बाद फरार मंसूर खान का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है.
हजारों निवेशकों के साथ ठगी करने वाले इस स्कैम को कर्नाटक में पोंजी घोटाला के नाम से जाना भी जाता है, जो कथित रूप से खान के समूह ने किया है. फर्म ने पिछले तीन महीनों से निवेश पर ब्याज का भुगतान भी नहीं किया है. हाल ही में मंसूर खान ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया था, जिसमें उसने कहा कि वो राजनेताओं और अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार से परेशान हो चुका है और खुदकुशी करने जा रहा है.
मंसूर खान ने ऑडियो जारी कर आरोप लगाया था कि शिवाजी नगर के कांग्रेस विधायक रोशन बेग ने उनसे 400 करोड़ रुपये ले लिए और वापस नहीं लौटा रहे. इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद से ही मंसूर खान फरार है और उसके देश से बाहर जाने की आशंका जताई जा रही है.
आरोपी मंसूर खान के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है, वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी खान को तलब किया और 24 जून को पेश होने के लिए समन जारी किया है. कर्नाटक सरकार ने आईएमए ज्वेल्स की जालसाजी मामाले की जांच के लिए 11 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है.
आईएमए ने अपनी स्कीम में 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न का वादा किया था, जिसके लालच में हजारों निवेशक फंस गए और करीब 25 हजार लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत की. हाल ही में पुलिस ने आईएमए जयनगर के दफ्तर में और मंसूर खान की तीसरी पत्नी के घर में छापा मारा था. जिसमें 33 करोड़ रुपये की ज्वेलरी और दस्तावेज जब्त किए थे.