
भारत और पाकिस्तान भले ही बॉर्डर पर तनातनी और जुबानी जंग का सामना कर रहे हों. लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ जो इंसानियत की मिसाल पैदा करता है. भारतीय नागरिक हामिद अंसारी के पाकिस्तान से वापस आने के बाद आज भारत ने भी पिछले 10 साल हिंदुस्तान की जेल में बंद एक पाकिस्तानी नागरिक को रिहा कर दिया है, जिसके बाद वह वाघा बॉर्डर से होता हुआ अपने वतन में दाखिल हो गया है. इमरान कुरैशी फर्जी पासपोर्ट के मामले में पिछले 10 साल से जेल में बंद था.
इमरान कुरैशी की सजा पूरी होने के बाद उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा गया है. आजतक से बात करते हुए कहा कि उन्हें अपने घर जाने की बेहद खुशी है, भारत की मीडिया और जेल अधिकारियों ने उनका बहुत समर्थन किया है.
इमरान कुरैशी के अलावा एक और पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल्ला को भी आज रिहा किया गया है. अब्दुल्ला 2017 में पाकिस्तान से भारत आए थे, उनका कहना है कि हिंदुस्तान आना उनके बचपन का सपना था. वह शाहरुख खान से मिलना चाहते थे, लेकिन ये सपना पूरा नहीं हुआ है. वह फिर भारत लौटेंगे.
आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही भारत के नागरिक हामिद अंसारी पाकिस्तान में 6 साल की सजा पूरी कर वापस हिंदुस्तान लौटे हैं. इसी फैसले के तुरंत बाद भारत ने इमरान कुरैशी को वापस पाकिस्तान भेजने का फैसला किया.
इमरान ने बताया कि जब वह जेल में थे तो उनसे काफी अच्छे तरीके से बर्ताव किया गया. उन्होंने बताया कि 2008 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. वह कोलकाता आते-जाते थे, जहां पर उसकी जमीन भी है. उनका परिवार भी वहीं रहता है, लेकिन 2008 में अचानक उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. कुरैशी ने कहा कि वह अभी ये नहीं जानता है कि उसके बीवी-बच्चे कहां हैं.
इमरान कुरैशी के अनुसार, "मैं वहां एयरपोर्ट पर टाइम कीपर था, फिर इधर आना हुआ मेरा घूमने के लिए तो मुझे लड़की पसंद आई और मैंने शादी कर ली थी उस बीच में मेरे दो बेटे हो गए उसके बाद मुझे जेल हो गई, जब मैं पाकिस्तान से भारत आया था तब मेरी उम्र 26 साल थी अभी 40 हो गई है.