
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से अपने भाषण में सेना में काम रही महिलाओं को तोहफा दिया है. पीएम मोदी ने महिलाओं के लिए स्थाई कमीशन की घोषणा की है, जिसके माध्यम से महिलाएं भी पुरुषों की तरह ही देश के लिए सेवा कर सकेंगी. उन्होंने शॉर्ट सर्विस कमीशन से चयनित होने वाली महिलाओं के लिए ये घोषणा की है, जिसकी वजह से महिलाएं ज्यादा समय तक सेना में काम कर सकेंगी.
पीएम मोदी ने कहा, 'भारतीय सशस्त्र सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के माध्यम से नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह पारदर्शी चयन प्रकिया द्वारा स्थाई कमीशन की घोषणा करता हूं. यह यूनिफॉर्म की जिंदगी जी रही महिलाओं को तोहफा है.'
क्या होगा फायदा
महिलाओं के लिए स्थाई कमीशन लागू होने की वजह से महिला उम्मीदवार ज्यादा वक्त तक सेना में काम कर सकेंगी और उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी. दरअसल शॉर्ट सर्विस कमीशन से चयनित होने वाले उम्मीदवार 14 साल (10 साल अनिवार्य और 4 साल एक्स्ट्रा) तक ही काम कर सकते हैं, जबकि स्थाई कमीशन से महिलाएं 20 साल तक काम कर सकेंगी और इसे बढ़ाया भी जा सकता है.
शॉर्ट सर्विस कमीशन में टेक्निकल पदों पर एसएससी टेक के बाद और नॉन टेक्निकल में सीडीएस एंट्री (ओटीए) के द्वारा उम्मीदवारों का चयन किया जाता है. वहीं स्थाई कमीशन में एनडीए, 12वीं टीईएस के माध्यम से उम्मीदवारों का चयन किया जाता है.
पहले क्या थे नियम
इससे पहले शॉर्ट सर्विस कमीशन के अधिकारी 10 साल की सर्विस के बाद स्थाई कमीशन के लिए योग्य होते हैं, लेकिन उनका एनुएल रिपोर्ट में ट्रैक अच्छा होना चाहिए. वहीं स्थाई कमीशन के आधिकारी शॉर्ट सर्विस कमीशन में शिफ्ट नहीं हो सकते हैं. अगर कोई जाना चाहता है तो उसे रिटायरमेंट लेना होगा.