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विजय माल्या पर कसेगा शिकंजा, मोदी ने ब्रिटिश PM के सामने उठाया प्रत्यर्पण का मसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी ब्रिटिश समकक्ष डेरेसा मे के बीच हुई द्विपक्षीय बातचीत के दौरान करीब 60 वांछित लोगों की सूची ब्रिटेन को सौंपी गई.

विजय माल्या विजय माल्या
लव रघुवंशी/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 07 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 12:18 PM IST

भारत ने सोमवार को ब्रिटेन से शराब कारोबारी विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे के कथित बिचौलिए क्रिस्टीन मिशेल सहित करीब 60 वांछित लोगों को प्रत्यर्पित करने को कहा ताकि उन्हें यहां न्याय की जद में लाया जा सके. भारत और ब्रिटेन केंद्रीय गृह सचिव स्तर पर सालाना रणनीतिक बातचीत करने पर भी सहमत हुए ताकि आतंकवाद, संगठित अपराध, वीजा और आव्रजन जैसे मुद्दों से साझा रूप से निपटा जा सके.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी ब्रिटिश समकक्ष थेरेसा मे के बीच हुई द्विपक्षीय बातचीत के दौरान करीब 60 वांछित लोगों की सूची ब्रिटेन को सौंपी गई. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन ने भी भारत को 17 ऐसे लोगों की सूची सौंपी जिनकी हिरासत उसे परस्पर कानूनी सहायता संधि के तहत चाहिए या जिनके खिलाफ लेटर रोटेगरी जारी हो चुका है. उद्योगपति विजय माल्या 9 हजार करोड़ बैंक कर्ज के आरोपी हैं, वहीं क्रिस्टीन मिशेल 3600 करोड़ रूपये के अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे में कथित बिचौलिया हैं.

दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि भगोड़ों और अपराधियों को कानून से बचने नहीं दिया जाएगा और लंबित प्रत्यर्पण अनुरोधों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. मोदी और मे के बीच हुई बातचीत में प्रत्यर्पण के अनुरोधों का मुद्दा भी उठा और इस मुद्दे से संबंधित दोनों देशों के अधिकारियों को जल्दी बैठक करने का निर्देश दिया गया. सूत्रों ने कहा कि बातचीत के बाद भारत को ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात के पहले दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत में भी माल्या के प्रत्यर्पण का मामला उठा था.

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'मोदी पर भी कसेगा शिकंजा'
यह पूछे जाने पर कि क्या माल्या का मुद्दा बातचीत में उठा था, विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (यूरोप) रणधीर जायसवाल ने विचार विमर्श के बाद जारी किए गए भारत-ब्रिटेन संयुक्त बयान का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने परस्पर कानूनी सहायता संधि के तहत सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई. आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी भी भारत में कानून से बच रहे हैं और इस बातचीत के बाद भारतीय अधिकारियों को उनके प्रत्यर्पण के मामले को भी आगे बढ़ाने में मिल सकती है.

माल्या और मोदी दोनों ब्रिटेन में
मिशेल एक भारतीय नागरिक हैं और सीबीआई द्वारा वांछित हैं. वहीं माल्या और ललित मोदी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा वांछित हैं. माल्या और ललित मोदी दोनों ब्रिटेन में रह रहे हैं. माल्या व मोदी, दोनों ने ही ब्रिटेन को अपना घर बनाया हुआ है. प्रवर्तन निदेशालय को मनी लांड्रिंग के अलग अलग मामलों में इनकी तलाश है. बयान के अनुसार, ‘दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि भगौड़ों व अपराधिकों को कानून से बच निकलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने प्रत्यर्पण संबंधी बाकी आवेदनों पर काम करने की प्रतिबद्धता जताई.’

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