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पैंगोंग को लेकर तनाव जारी, भारत-चीन ने लद्दाख में चारों मोर्चों पर बढ़ाई सैनिकों की तैनाती

भारत और चीन की सेना के बीच बातचीत का दौर जारी है लेकिन लद्दाख सीमा पर अभी तनाव कम नहीं हुआ है. दोनों देशों की ओर से जवानों की तैनाती बढ़ाई जा रही है.

लद्दाख बॉर्डर के पास बढ़ रही है हलचल (PTI) लद्दाख बॉर्डर के पास बढ़ रही है हलचल (PTI)
शिव अरूर
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 10:40 AM IST

  • भारत और चीन के बीच जारी है तनाव
  • बॉर्डर पर दोनों ओर बढ़ रही सेना की मौजूदगी

भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है और खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों देशों के बीच चार प्वाइंट्स पर सेना को पीछे हटाने पर बात चल रही है. एक तरफ तो चुशूल में दोनों देशों की सेनाओं के कमांडर मिल रहे हैं, लेकिन इससे इतर LAC के दोनों ओर पिछले तीन दिनों में सेना की मौजूदगी बढ़ गई है. लगातार सैनिकों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो तनाव की स्थिति को दर्शाती है.

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इंडिया टुडे इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय सेना ने अपनी मौजूदगी को काफी हद तक मजबूत कर लिया है, इसके अलावा चीनी सेना की ओर से भी फिंगर इलाके, पैंगोंग झील इलाके में भी अपनी मौजूदगी को बढ़ाया गया है.

बता दें कि बीते दिन फिंगर 4 को लेकर दोनों देशों की सेनाओं में बात हुई थी. फिंगर 4 को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है, क्योंकि यहां पर अब चीनी सेना ने अपना कब्जा जमा लिया है. चीनी सेना यहां से पीछे नहीं जा रही है, जबकि ये पहले दोनों देशों के लिए पेट्रोलिंग प्वाइंट था.

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चीनी सेना की ओर से लगातार फिंगर 4 पर सख्ती बरती जा रही है, उसकी कोशिश तो थी कि वो और भी आगे आए, लेकिन भारतीय सेना की तैयारी को देखकर वो इसकी हिम्मत नहीं कर पाए.

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इसके अलावा जिन तीन इलाकों में विवाद हो रहा है, उसमें गलवान घाटी का पेट्रोल प्वाइंट 14 इलाका है, जहां पर झड़प हुई थी, साथ ही पेट्रोल प्वाइंट 15, 17A पर विवाद जारी है. पैंगोंग झील के मुकाबले इन इलाकों में हालात कम तनावपूर्ण हैं, लेकिन खतरा लगातार बना हुआ है और भारतीय सेना की तैयारी भी पूरी है.

अभी ताज़ा बातचीत से जो मुख्य बातें सामने आई हैं, उनके अनुसार अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि दोनों सेनाएं मौजूदा जगह से पीछे कैसे हटेंगी.

साथ ही क्योंकि दोनों सेनाओं की ओर से पीछे हटने की अपनी-अपनी शर्तें रखी जा रही हैं, ऐसे में एक साथ बात आगे नहीं बढ़ रही है. कुछ मौकों पर कभी सैनिकों की संख्या में कमी भी देखी गई है, जो पेट्रोल प्वाइंट 14 इलाके में है.

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मौजूदा स्थिति के अनुसार, अब अगली बातचीत पर फोकस है. साथ ही ऐसी उम्मीद दिखती है कि अब पीछे हटने की प्रक्रिया एक तरह से सर्दियों में ही शुरू हो पाएगी, क्योंकि तब दोनों सेनाओं के जवानों के लिए उस स्थिति में वहां पर मौजूद रहना काफी मुश्किल होगा.

सर्दी आने से पहले दोनों सेनाओं की ओर से बातचीत जारी रहेगी. लेकिन सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि पिछले तीन से चार दिनों में दोनों ओर सेनाओं की मौजूदगी बढ़ी है और जवानों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसी तनाव के बीच भारत सरकार ने चीन की कुछ ऐप्स को बैन भी किया है, ऐसे में जिसकी तल्की बॉर्डर पर भी दिख सकती है.

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