Advertisement

पीएम मोदी ने Weibo से हटने का लिया फैसला, पोस्ट डिलीट कर चीन को जवाब

पीएम मोदी साल 2015 में वीबो से जुड़े थे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पीएम मोदी ने ये फैसला चीन के 59 ऐप्स को बैन करने के बाद लिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 7:20 PM IST

  • भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर
  • पीएम मोदी ने वीबो से हटने का लिया फैसला

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत आर्थिक मोर्चे पर ड्रैगन को चोट पहुंचा रहा है. 59 चीनी ऐप्स को बैन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो से हटने का फैसला लिया है. पीएम मोदी साल 2015 में वीबो से जुड़े थे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पीएम मोदी ने ये फैसला चीन के 59 ऐप्स को बैन करने के बाद लिया है.

Advertisement

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि वीआईपी अकाउंट डिलीट करने की प्रक्रिया जटिल होती है. हालांकि, अकाउंट डिलीट करने की आधिकारिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. चीन की तरफ से इसकी इजाजत दिए जाने में काफी देर की जा रही है और इसका कारण नहीं बताया गया है. पीएम मोदी ने इस पर 115 पोस्ट की हैं और इनमें से 113 को हटा दिया गया है.

ये भी पढ़ें- चीन को एक और झटका, नितिन गडकरी ने कहा- हाइवे प्रोजेक्ट्स में बैन होंगी चीनी कंपनियां

बुधवार को पीएम मोदी के वीबो एकाउंट से उनकी प्रोफाइल फोटो समेत अन्य जानकारियां हटा दी गईं. पीएम मोदी का अकाउंट साल 2015 में बतौर प्रधानमंत्री उनके चीन के पहले दौरे के वक्त बनाया गया था. पीएम नें भारत और चीन के संबंध खासकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी बैठकों के बाद के संदेशों को इस पर देते रहे हैं. प्रधानमंत्री के वीबो एकाउंट पर पोस्ट्स चीनी भाषा में होती थी.

Advertisement

बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. इस घटना के बाद भारत ने चीन को सबक सिखाने की ठान ली है. भारत फिलहाल आर्थिक मोर्चे पर चीन को चोट पहुंचा रहा है. सोमवार को ही मोदी सरकार ने टिकटॉक, शेयरइट, हेलो, यूसी ब्राउजर और वीचैट समेत कुल 59 ऐप को बैन कर दिया.

ये भी पढ़ें- अनलॉक-1 का असर: जून में बेरोजगारी दर घटकर 10.99 फीसदी हुई

मई 2015 में वीबो से जुड़े थे पीएम मोदी

वहीं, भारत अब सभी हाइवे प्रोजेक्ट्स में चीनी कंपनियों को बैन करने की तैयारी कर रहा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी. चीनी कंपनियों को संयुक्त उद्यम पार्टनर (JV) के रूप में भी काम नहीं करने दिया जाएगा. इससे पहले रेलवे के कई ठेकों से चीनी कंपनियों को बाहर कर दिया गया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement