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चीन और जापान के अलावा कोबरा गोल्ड सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा लेगी भारतीय सेना

भारतीय सेना की मिलिट्री डिप्लोमैसी के लिहाज से अगला एक महीने बेहद खास होने वाला है क्योंकि इस दौरान वह जापान और चीन के साथ अलग-अलग युद्धाभ्यास करने के अलावा कोबरा गोल्ड सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा लेगी.

सांकेतिक तस्वीर (फाइल, रॉयटर्स) सांकेतिक तस्वीर (फाइल, रॉयटर्स)
मंजीत नेगी/सुरेंद्र कुमार वर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST

अगले एक महीने में भारतीय सेना दुनिया की महाशक्तियों के साथ अपनी सैन्य ताकत को साझा करने जा रही है. इन युद्धाभ्यास के दौरान एंटी टेररिस्ट, जंगल वॉरफेयर और अर्बन वॉरफयर की तैयारी की जाएगी.

अगला एक महीने भारतीय सेना की मिलिट्री डिप्लोमैसी के हिसाब से बेहद महत्वपूर्ण होगा जिसमें भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े सैन्य अभ्यास का हिस्सा होगा. सबसे महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास होगी भारत और जापान के बीच एक नवंबर से शुरू होने वाली जंगल वॉरफेयर अभ्यास जो करीब 14 दिन तक मिजोरम में होगी.

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'धर्म गॉर्जियन-2018' नाम के इस अभ्यास के दौरान भारत और जापान शहरी आतंकवाद जैसे मुद्दों से लड़ने की तैयारी करेंगे. युद्धाभ्यास में भारत की तरफ से गोरखा रेजिमेंट और जापान की तरफ से 32 इंफेंट्री डिवीजन शामिल होगी.

इसके अलावा भारत और चीन के बीच हैंड इन हैंड एक्सरसाइज भी दिसंबर में होगी. 2017 डोकलाम विवाद के बाद यह पहला मौका होगा जब दोनों देश एक-दूसरे के साथ किसी सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे.

यह अभ्यास चीन के चेंगडु (chengdu) में होगा. पिछली बार 2016 में यह अभ्यास पुणे में हुआ था. इस अभ्यास में भारत की तरफ से 11 सिख लाइट इंफेंट्री के करीब 150 से ज्यादा जवान शामिल होंगे.

वहीं, रूस के साथ इंदिरा और अमेरिका के साथ वज्र प्रहार भी भारत की हर साल होने वाली एक्सरसाइज अगले महीने तक होगी. इसके अलावा भारत पहली बार 2019 में होने वाली कोबरा गोल्ड सैन्य अभ्यास में शामिल होगा.

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कोबरा गोल्ड इंडो-पैसिफिक में होने वाली सबसे बड़ा अभ्यास है जिसमें थाइलैंड, अमेरिका, जापान, मलेशिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया जैसे देश शामिल होंगे, लेकिन भारत पहली बार इसमें शामिल होगा. ये अभ्यास फरवरी 2019 में होगा.

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