
चक्रवाती तूफान बुलबुल गुरुवार शाम 5:30 बजे गंभीर की श्रेणी में पहुंच गया. मौसम विभाग के मुताबिक, बुलबुल सुबह 8.30 बजे बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य, ओडिशा के दक्षिण-पूर्व में 680 किमी, बंगाल के 780 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है. अगले कुछ घंटों के दौरान ये और घातक हो सकता है.
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ओडिशा से होते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों की तरफ बढ़ने वाला है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के डायरेक्टर जनरल ने बताया कि चक्रवात बुलबुल के प्रभाव क्षेत्र में हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे दर्ज की गई और जबकि केंद्र में इसकी गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे है. यहां अधिक से बहुत अधिक बारिश भी हो सकती है.ऐहतियात के तौर पर, ओडिशा सरकार ने सभी जिला प्रशासनों से चक्रवात की प्रत्येक हलचल पर करीब से नजर रखने को कहा है क्योंकि इसके चलते कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य के 30 में से करीब 15 जिलों को संभावित जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात पर करीब से नजर रखी जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसकी सटीक दिशा क्या है और यह कहां दस्तक देगा. उन्होंने कहा, 'चक्रवात के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. संभव है कि यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों की ओर उत्तर-उत्तरपश्चिम में बढ़े.'