
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत के दो दिन के दौरे पर आ रहे हैं. 4 और 5 अक्टूबर को वे भारत की आधिकारिक यात्रा करेंगे. क्रेमलिन प्रेस सर्विस के मुताबिक, दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष 19वें वार्षिक द्विपक्षीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
क्रेमलिन के मुताबिक, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच भारत-रूस संबंधों और साझेदारी को लेकर गंभीर विमर्श होगा.' क्रेमलिन प्रेस सर्विस ने अपनी रिलीज में यह भी बताया कि 'दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय के अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी वार्ता होगी.'
पुतिन के दौरे पर भारत और रूस के बीच कई अहम करारों पर समझौते होंगे और इससे जुड़े दस्तावेजों का आदान-प्रदान होगा.
इसके बाद पुतिन और पीएम मोदी रूसी-भारतीय बिजनेस फोरम में शिरकत करेंगे. भारत में पढ़ने वाले रूस के सीरिअस एजुकेशन सेंटर के छात्रों और अन्य मेधावी प्रतिभाओं से पुतिन के मिलने का कार्यक्रम है. क्रेमलिन प्रेस सर्विस ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन का अपने भारतीय समकक्ष रामनाथ कोविंद से मुलाकात का भी कार्यक्रम है.
दोनों देशों के बीच एक रक्षा करार के तहत भारत रूस से पांच 'S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम' खरीदेगा. S-400 रूस की नई वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का हिस्सा है, जो 2007 में रूसी सेना में तैनात की गई थी. S-400 के पास अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को गिराने की भी क्षमता है. चीन ने भी रूस से ही यह डिफेंस सिस्टम खरीदा था. फिलहाल चीन की आर्मी इसका इस्तेमाल करती है.