
पंजाब के पठानकोट में पिछले हफ्ते हुए आतंकी हमले की जांच में तेजी लाने के लिए भारत इंटरपोल की मदद लेगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार हमले में मारे गए आतंकियों की पहचान करने की कोशिशों के तहत एक ब्लैक कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के लिए सरकार इंटरपोल की मदद लेगी.
इस बीच, इस हमले की जांच के दौरान एनआईए की टीम ने एक और मोबाइल फोन, दूरबीन और एके 47 की एक मैगजीन जैसी चीजें बरामद की हैं. एनआईए की टीम पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन के अंदर और बाहर, दोनों ओर मौजूद गवाहों से पूछताछ कर रही है.
एनआईए ने पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद अपने बयान बदल रहे गुरुदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की. हालांकि एजेंसी अभी सलविंदर को तुरंत गिरफ्तार करने के मामले को खारिज कर रही है. एनआईए का कहना है कि एसपी लगातार बयान बदल रहे हैं. तालूर गांव के धार्मिक जगह पर दर्शन के लिए जाने और वहां से लौटने को लेकर उनके बयानों में एकरूपता नहीं है.
एनआईए की टीम इस पहलू से भी जांच कर रही है कि क्या आतंकियों को हथियार सहित एयरबेस में घुसने में किसी अंदर के व्यक्ति द्वारा मदद दी गई? 2 जनवरी को पहला हमला सुबह 3.30 के आसपास हुआ था. गौर करने की बात है कि 6 आतंकियों को मार गिराने के बाद भी 45 से अधिक विस्फोटक वहां से बरामद हुए थे. एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है, 'हम इस तथ्य पर भी जांच कर रहे हैं कि इतनी भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक के साथ आतंकी एयरबेस में कैसे घुसे?'
आतंकियों की संख्या को लेकर भी सवाल?
पटानकोट एयरबेस पर हुए हमले में शामिल आतंकियों की संख्या को लेकर भी सवाल हैं. सरकार ने इस हमले में 6 आतंकियों के मारे जाने की बात कही है. इस बीच हमले का सूत्रधार पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद है. जैश ने जश्न के लिए जो ऑडियो जारी किया उसमें 4 आतंकियों का जिक्र किया गया है. हालांकि जांच एजेंसियां ये भी मानकर चल रही है कि जैश जांच को भटकाने की कोशिश करने के लिए ऐसे दावे कर रहा है.