
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 के मंच पर बीजेपी के महासचिव और जम्मू-कश्मीर मामलों के जानकार राम माधव ने सत्र MIRROR SESSIONS: KASHMIR UNPLUGGED (1) The Fury: Borders, Bombs, Stones And the roads not taken in Kashmir में कश्मीर मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी. बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि पिछले पांच साल में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में कई मोर्चों पर सफलता पाई है. हमने बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया किया.
उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकियों के ओवर ग्राउंड सपोर्ट को खत्म किया. इसके साथ ही विकास के मोर्चे पर उल्लेखनीय कार्य हुआ. आज कश्मीर का बड़ा हिस्सा शांत है. लेकिन अलगाववादी इससे खुश नहीं हैं. आज कश्मीर में कुछ नेताओं का वजूद ही अलगाववाद की बदौलत है.
'लीडरशिप अलगाववादियों का समर्थन करती हैं जिसकी वजह से हालात खराब'
राम माधव ने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 सिर्फ जम्मू-कश्मीर राज्य में कश्मीर घाटी के लिए मुद्दा है, उसके जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के लिए नहीं. कश्मीर घाटी में ऐसी शक्तियां हैं जो इस पर राजनीति करती हैं. जिस अनुच्छेद 35-ए का सहारा लेकर ये शक्तियां, अलगाववादियों का समर्थन करती हैं, उसे संसदीय प्रक्रिया के तहत नहीं जोड़ा गया, बल्कि राष्ट्रपति के आदेश पर जोड़ा गया. यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. कोर्ट का फैसला आने पर संसद इस मामले में भी निर्णय लेगी.
'भारत के खिलाफ बोलीं महबूबा'
जम्मू-कश्मीर की लीडरशिप अलगाववादियों का कितना समर्थन करती है, ये इस बात से ही साबित हो जाता है कि जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक साल पहले विधानसभा में खुलकर इनकी हिमायत की थी और ये ऑन रिकॉर्ड है. भारत के संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए भी वे भारत के खिलाफ ही बोलीं. हमारा बिल्कुल स्पष्ट मत है कि हम कश्मीरियों के खिलाफ नहीं, कश्मीर घाटी की उस लीडरशिप के खिलाफ है जो अलगाववाद को समर्थन देती है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो रहे हैं जो देश के वर्तमान मुद्दों पर बात करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी शुक्रवार को आए थे जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी रणनीति के बारे में बात की थी.