
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 के पहले दिन 'कनफ्लिक्ट जोनः असमः हूज होम इज दिस? द ऐगनी ऑफ इलीगल एक्सिटेंस' विषय पर आयोजित चर्चा में शामिल होते हुए असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी दोनों ही अलग चीज हैं. यह असम के लिए कॉम्बो पैक की तरह है.
असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि पहले तो नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी को लेकर किसी तरह का कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए. दोनों ही पूरी तरह से अलग विषय हैं, लेकिन असम के लिहाज से देखा जाए तो यह कॉम्बो पैक है. हालांकि शेष भारत के लिहाज से यह दोनों पूरी तरह से अलग मामला है. असम के लिए यह कॉम्बो पैकेज है. उन्होंने कहा कि बंगाल के साथ असम में पहचान को लेकर संकट है.
एक साल में पूरी करेंगे प्रक्रिया: हेमंत
उन्होंने कहा कि हम नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के जरिए उन लोगों को नागरिकता देना चाहते हैं जिन्हें धार्मिक आधार पर दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. हम चाहते हैं कि संसद इस सत्र में नागरिकता संशोधन बिल पास कर दे और हम आज से अगले एक साल के अंदर इस प्रक्रिया को पूरा कर लेना चाहते हैं. एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाए तो फिर हम पैन इंडियन नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप के लिए जाएंगे. इसके जरिए देश के आर्थिक घुसपैठियों की पहचान करेंगे. हम इसके जरिए कोशिश करेंगे कि सही लोगों को जो असली भारतीय हैं उन्हें ही भारतीय नागरिकता दी जाए.
इंडिया टुडे ग्रुप के चर्चित कार्यक्रम 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 ' का आगाज आज शुक्रवार को कोलकाता के ओबेरॉय ग्रैंड होटल में हो गया. दो दिन तक चलने वाले इस कॉन्क्लेव में अलग-अलग क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियां शामिल हो रही हैं. इस कॉन्क्लेव में देश की अर्थव्यवस्था के हालात पर चर्चा की जाएगी. साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों की कला, संस्कृति, राजनीति पर भी चर्चा की जाएगी. कॉन्क्लेव में एनआरसी और सिटीजनशिप बिल पर चर्चा हुई.
जब बंगाल आगे बढ़ता है तो पूरा क्षेत्र आगे बढ़ताः अरुण पुरी
'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019' के स्वागत भाषण में इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा, 'खासकर अक्टूबर भारत और कोलकाता वालों के लिए बेहद खास महीना साबित हुआ है. अभिजीत बनर्जी उन कुछ चुनिंदा भारतीयों में शामिल हुए जिनको नोबेल पुरस्कार हासिल हुआ और मैं यह भी कहना चाहूंगा कि वह यह पुरस्कार हासिल करने वाले तीन बंगालियों में से एक हैं. साथ ही इसी महीने में भारतीय क्रिकेट के दादा सौरव गांगुली बीसीसीआई के 39वें प्रेसिडेंट भी बने.
इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल आज इतिहास के रोचक दौर से गुजर रहा है. जैसा कि मैंने गौर किया इंडिया टुडे के पिछले महीने हुए स्टेट्स ऑफ द स्टेट्स सर्वे में पश्चिम बंगाल का स्थान नीचे रहा था, पिछले कई सालों के खराब प्रदर्शन की वजह से देश के 20 बेहतरीन प्रदर्शन वाले राज्यों में उसका स्थान 12वां है, लेकिन उसने इन 10 कैटेगरी में सबसे ज्यादा सुधार किया है- समग्र विकास, अर्थव्यवस्था, शासन, कानून-व्यवस्था, उद्ममिता, सफाई, स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि.
एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने आगे कहा कि जब बंगाल आगे बढ़ता है तो पूरा क्षेत्र आगे बढ़ता है. मुझे पूरी उम्मीद है कि बंगाल फिर से अपना वह खास दर्जा हासिल करेगा जो पिछली सदी में रहा है. 11 पड़ोसी राज्यों के लिए प्रवेश द्वारा और तरक्की का इंजन. पूर्वोत्तर के आठ राज्यों का भारत के जीडीपी में हिस्सा 2.8 फीसदी है.
दूसरी ओर कॉन्क्लेव में हिस्सा लेते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी शामिल हुए. सौरव गांगुली ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है. क्रिकेट में भारत दुनिया का पावर हाउस है. टीम इंडिया की इस कामयाबी पर गांगुली का कहना है कि इसके पीछे क्रिकेट प्रशासन की काफी बड़ी भूमिका रही है.