
वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का मंगलवार को मलबा दिखाई दिया. अब एएन-32 की क्रैश साइट पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए वायुसेना ने एक बार फिर अपना अभियान शुरू कर दिया है. इसके लिए Mi17 और ALH हेलिकॉप्टर की मदद ली जा रही है. खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
विमान का पता लगाने के लिए एमआई-17 हेलीकॉप्टर, एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर, एसयू-30 एमकेआई, सी130 और आर्मी यूएवी को सेवा में लगाया गया था. भारतीय नौसेना के लॉन्ग रेंज मैरीटाइम टोही विमान पी-8आई और उपग्रहों का भी लपता विमान को खोजने के लिए लगाया गया. इसके अलावा, भारतीय सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियों की टीमें विमान के लापता होने के दिन से जमीनी स्तर पर खोज अभियान में शामिल थीं.
इससे पहले मंगलवार को भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने कहा कि खोज में एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने 12,000 फुट की ऊंचाई पर टेटो के उत्तर-पूर्व में लापता ट्रांसपोर्टर विमान एएन-32 के मलबे को लीपो में देखा. सिंह ने कहा कि हमारा अगला प्रयास है कि हम मलबे वाली जगह पर जाएं और टेल नंबर के-2752 वाले दुर्घटनाग्रस्त विमान के ब्लैक बॉक्स और सीवीआर की खोज करें.