
सुप्रीम कोर्ट की ओर से पिछले दिनों कश्मीर के शोंपियां में फायरिंग के मामले में मेजर आदित्य के खिलाफ दर्ज FIR पर कार्रवाई से रोक लगाने के बाद बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफे की मांग की है.
FIR से पहले रक्षा मंत्री की सहमति जरूरी
राज्यसभा सांसद स्वामी ने कहा, "अब यह साबित हो चुका है कि मेजर आदित्य के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज कराया गया था वो गैरकानूनी था, लेकिन मुकदमा दर्ज कराने के बारे में जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा में कहा था कि उन्होंने इसके बारे में रक्षा मंत्री से बात कर ली है."
कश्मीर में आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट लागू होने की वजह से राज्य सरकार तब तक आर्मी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करा सकती जब तक इसके लिए केंद्र सरकार से सहमति नहीं मिल जाती. उन्होंने कहा कि जब यह मामला दर्ज हुआ था तभी उन्होंने इस मसले को उठाया था, लेकिन रक्षा मंत्री ने इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया था. इसीलिए अब उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
'भारत की बदनामी हुई'
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, "मेजर आदित्य ने कोई निजी अपराध नहीं किया और भीड़ पर गोली उन्होंने मजबूरी में अपनी ड्यूटी निभाने के सिलसिले में चलाई थी, इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज कराना बिल्कुल गलत था." उन्होंने बताया कि जब मेजर आदित्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तब पाकिस्तान में जमकर खुशियां मनाई गई और इस खबर को फोटो स्टेट करके बांटा गया.
पूरे घटनाक्रम पर स्वामी ने कहा, "इससे दुनियाभर में भारत की बदनामी हुई है और देशवासियों के सम्मान को ठेस पहुंची है. ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें आर्मी के मेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को लेकर सख्त आपत्ति है." इस मामले को लेकर स्वामी पहले भी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से ट्विटर के जरिए सवाल दाग चुके हैं.
उन्होंने ट्वीट करके पूछा था कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती निर्मला सीतारमण से मुकदमा दर्ज कराने के बारे में बातचीत करने का जो दावा कर रही हैं क्या वह ठीक है?
भागवत के बयान पर चुप्पी
कश्मीर में आए दिन आर्मी के कैंप पर आतंकवादी हमलों पर बीजेपी सांसद स्वामी ने कहा कि यह रणनीति का सवाल है जिसके बारे में सरकार को फैसला करना है, लेकिन अपनी ड्यूटी निभाने वाले आर्मी के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना बिल्कुल गलत है.
हालांकि सुब्रमण्यम स्वामी ने मोहन भागवत के सेना को लेकर दिए गए बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कहा कि इसके बारे में आरएसएस के लोग ही बता सकते हैं.