
केंद्र सरकार ने पाकिस्तान में तैनात भारतीय राजनयिकों को सलाह दी है कि वो अपने बच्चों को वहां के स्कूलों से निकालकर भारत या किसी अन्य देश में पढ़ने के लिए भेजें. सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह सलाह दी गई है.
पाकिस्तान के पिछले शैक्षणिक सत्र में करीब 50-60 स्टूडेंट पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल स्कूलों में पढ़ रहे थे. भारत सरकार का फैसला मौजूदा सत्र से प्रभावी होगा.
सूत्रों का कहना है कि यह फैसला बीते साल जून में लिया गया था ताकि प्रभावित कर्मचारियों को उनके बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने के वास्ते पर्याप्त समय मिल सके.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने इस मसले पर कहा कि यह भारत का अंदरूनी प्रशासनिक मामला है.