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आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपी पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर मोदी सरकार पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार मेरी छवि को खराब करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. मोदी सरकार के इशारे पर सीबीआई काम कर रही है और मेरे खिलाफ आपराधिक कार्रवाई कर रही है.'
सीबीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि इस मामले में अभी तक फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) के किसी भी अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया. सीबीआई की हिरासत के दौरान पी चिदंबरम ने कहा था कि आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश को मंजूरी देने की प्रक्रिया में आर्थिक मामलों के विभाग के तत्कालीन अंडर सेक्रेटरी आर प्रसाद, ओएसडी पीके बग्गा, डायरेक्टर प्रबोध सक्सेना, ज्वाइंट सेक्रेटरी अनूप पुजारी और एडिशनल सेक्रेटरी सिंधुश्री कुल्लार शामिल रहे थे.
पी चिदंबरम ने अपनी याचिका में दावा किया कि आर्थिक मामलों के विभाग के तत्कालीन अधिकारी भी पूछताछ में कह चुके हैं कि पूर्व वित्तमंत्री ने आईएनएक्स मीडिया मामले में किसी भी तरह का कोई निर्देश नहीं दिया. इससे पहले इंद्राणी मुखर्जी ने अपने बयान में कहा था कि आईएनएक्स मीडिया मामले में एफडीआई की मंजूरी के लिए एफआईपीबी को आवेदन करने के बाद वह अपने पति पीटर मुखर्जी के साथ पी चिदंबरम से मुलाकात की थी. यह मुलाकात पी चिदंबरम के दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक स्थित ऑफिस चैम्बर में हुई थी.
इंद्राणी मुखर्जी ने कहा था कि इस मुलाकात के बाद पी चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश की मंजूरी दिए जाने के एवज में अपने बेटे कार्ति चिदंबरम के बिजनेस में मदद करने को कहा था. मुखर्जी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने कार्ति चिबंदरम से मुलाकात की तो कार्ति चिदंबरम ने कथित तौर पर पैसे मांगे थे.
आपको बता दें कि फिलहाल पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदबंरम को 19 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है. न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले सीबीआई ने हिरासत में लेकर पी चिदंबरम से मुलाकात की थी.