Advertisement

खराब प्रदर्शन के चलते मोदी सरकार ने IPS अफसर को सेवा से हटाया

अधिकारी ने कहा, 1997 बैच के पुलिस ऑफिसर और अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश काडर के ऑफिसर की सेवाओं को असंतोषजनक पाए जाने के बाद सेवा से हटा दिया गया है.

सरकार ने डीआईजी रैंक के अधिकारी की सेवाओं को असंतोषजनक पाया सरकार ने डीआईजी रैंक के अधिकारी की सेवाओं को असंतोषजनक पाया
नंदलाल शर्मा
  • नई दिल्ली ,
  • 15 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:01 AM IST

मिजोरम में तैनात आईपीएस ऑफिसर लिंगला विजय प्रसाद को केंद्र सरकार ने सेवा से हटा दिया है. गृह मंत्रालय ने एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने उनकी सेवाओं को असन्तोषजनक पाया था.

अधिकारी ने कहा, 1997 बैच के पुलिस ऑफिसर और अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश काडर के ऑफिसर की सेवाओं को असंतोषजनक पाए जाने के बाद सेवा से हटा दिया गया है.

Advertisement

डीआईजी रैंक के इस ऑफिसर की सेवाओं के 15 साल पूरे होने के बाद परफॉरमेंस की समीक्षा हुई, जिसमें उन्हें अनफिट पाया गया. नियमों के मुताबिक ऑल इंडिया सर्विस ऑफिसर के प्रदर्शन की समीक्षा दो बार होती है. पहला उनकी सेवा के 15 साल पूरे होने पर और दूसरा 25 साल पूरा होने पर.

विजय लिंगला प्रसाद को हटाने का आदेश बुधवार को गृहमंत्रालय की ओर से जारी किया गया. इसे कैबिनेट की नियुक्ति कमिटी ने भी मंजूरी दी है. इस कमिटी की अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं.

सर्विल रुल्स के मुताबिक केंद्र सरकार इस तरह के मामलों में एक अधिकारी को सार्वजनिक हित में रिटायर करने को लेकर राज्य सरकार से सलाह मशविरा कर सकती है. हालांकि इसके लिए लिखित में तीन महीने पहले नोटिस दिया जाता है या कई महीनों की सैलरी और भत्ते भी दिए जाते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement