
नोटबंदी की वजह से अवैध कारोबार करने वालों और आईएसआई जैसे आतंकी संगठनों को करारा झटका लगा, लेकिन वे इस बीच फिर से सक्रिय हो रहे हैं. सूत्रों के हवाले से आने वाली खबरों को सच मानें तो वे नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते नकली नोट भारत के भीतर भेजने की फिराक में लगे हैं. इसमें कभी मुंबई के माफिया डॉन रहे दाऊद गैंग का भी नाम उछल रहा है.
बांग्लादेश में सक्रियता बढ़ी और बच्चों का ले रहे सहारा
बांग्लादेश के रास्ते 2000 और 500 के हाई क्वालिटी नोट भेजने के लिए करांची के मलेर कैंट की प्रिंटिंग प्रेस को ISI ने नए फीचर के साथ सक्रिय किया है. रिपोर्ट के मुताबिक 13 से 18 साल के नाबालिक लड़कों को नकली नोटों की खेप पहुंचाने के लिए ISI ने अपने एजेंटों से कहा है. वे नाबालिग लड़कों की मदद से सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के फिराक में हैं. वे 2000 के नकली नोटों को भेजने के लिए पुराने एजेंट और रूट का इस्तेमाल कर रहे हैं.
कालियाचक, मालदा और अर्जुनपुर के बीहड़ इस्तेमाल करने की तैयारी
रिपोर्ट और सूत्रों की मानें तो बांग्लादेश में नकली नोट पहले दुबई के रास्ते भेजने का प्लान है. उसके बाद बांग्लादेश के चटगांव, से होते हुए राजशाही,चपाईनवाबगंज, मोनाकाशाह, बकरौली, कसेरहट, बिनोदपुर, डोबरा होते हुए भारत तक पहुंचाने की योजना है. ऐसी सूचना है कि 2000 के नकली नोट बांग्लादेश में पहले ही डंप कर लिए गए हैं.
सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया एलर्ट
बीएसएफ ने पूरे बॉर्डर एरिया पर वैसे जगहों पर चौकसी बढ़ा दी है जहां से नकली नोट दाखिल हो सकते हैं. बीएसएफ ने इसके मद्देनजर बीजीबी (बांग्लादेश) से नकली नोट के फ्लो को रोकने के लिए बात की है. ऐसे एलर्ट नेपाल सीमा पर भी जारी किए गए हैं.