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इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में नेतन्याहू ने कहा कि आज की तारीख में ताकतवर होना बहुत जरूरी है.
नेतन्याहू ने कहा कि ताकतवर होना जरूरी है, क्योंकि इस दुनिया में कमजोर का बचा रह पाना बहुत मुश्किल है. आप हमेशा ताकतवर के साथ हाथ मिलाते हैं. अगर आपको दुनिया में शांति कायम करनी है तो भी आपको ताकतवर होना पड़ेगा.
इजरायल के पीएम का कहना है कि ताकतवर होना हमारे समय की सबसे बड़ी जरूरत है. जिंदा रहने के लिए न्यूनतम ताकत जरूरी है. नेतन्याहू के मुताबिक, सॉफ्ट पावर अच्छी बात है और हार्ड पावर और भी बेहतर चीज है.
नेतन्याहू ने कहा कि आज के समय में किसी भी देश के लिए सैन्य ताकत, आर्थिक ताकत, तकनीकी ताकत और सांस्कृतिक बहुत जरूरी है.
उन्होंने आगे कहा है कि अगर आपको आर्थिक ताकत बनना है तो आपको टैक्स नीति को सरल बनाना होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लालफीताशाही पर रोक लगानी होगी. उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल दोनों देशों का मुख्य उद्देश्य इसी लालफीताशाही को कम से कम करना है, ताकि व्यापार करना और आसान हो.
इजरायली पीएम ने कहा है कि दुनिया को कट्टर इस्लाम से चुनौती मिल रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इजरायल आने वाले पहले पीएम हैं, दुआ है कि भारत और इजरायल की दोस्ती को किसी की नजर न लगे.
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला लोकतंत्र है. यह देश दुनिया को संदेश देता है कि मानवता और आजादी एकसाथ आगे बढ़ सकते हैं. यहां लोगों के अधिकार सुरक्षित रखने के साथ ही उन्हें सोचने और बोलने की आजादी मिली हुई है. यहां इजरायल की तरह विविधता भरा समाज देखने को मिलता है. दोनों देशों का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य लोकतंत्र है.
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी रायसीना डायलॉग को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इजरायली पीएम का भारत दौरा दोनों देशों के 25 सालों के आपसी कूटनीतिक संबंधों के मौके पर हुआ है.