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जीसैट-6ए का आज प्रक्षेपण, मल्टी बीम कवरेज से लैस होगा मोबाइल संचार

इसरो ने कहा कि उपग्रह की एक मुख्य बात मल्टी बीम कवरेज सुविधा के जरिये भारत को मोबाइल संचार प्रदान करना है. इस उपग्रह में एस-बैंड कम्युनिकेशन लिंक के लिए 6 मीटर व्यास का एक एंटीना लगा है.

जीएसएलवी जीएसएलवी
नंदलाल शर्मा
  • चेन्नई ,
  • 29 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 5:03 PM IST

संचार उपग्रह जीसैट-6ए के साथ इसरो के जीएसएलवी- एफ08 मिशन के चेन्नई से करीब 110 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केन्द्र से प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. इसरो ने कहा कि गुरुवार को प्रक्षेपित होने वाले मिशन की उल्टी गिनती मिशन तैयारी समीक्षा समिति और प्रक्षेपण अधिकार बोर्ड से मंजूरी के बाद दिन में एक बजकर 56 मिनट पर शुरू हुई.

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श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के दूसरे लांच पैड से प्रस्तावित जीएसएलवी- एफ08 का प्रक्षेपण गुरुवार को शाम चार बजकर 56 मिनट पर होगा. यह इस प्रक्षेपण यान की 12वीं उड़ान होगी.

इसरो ने कहा कि उपग्रह की एक मुख्य बात मल्टी बीम कवरेज सुविधा के जरिये भारत को मोबाइल संचार प्रदान करना है. इस उपग्रह में एस-बैंड कम्युनिकेशन लिंक के लिए 6 मीटर व्यास का एक एंटीना लगा है.

साथ सी-बैंड फ्रीक्वेंसी के लिए 0.8 मीटर का एक फिक्स्ड एंटीना हब कम्युनिकेशन लिंक के लिए लगा हुआ है. इस उपग्रह के प्रक्षेपण से सैटेलाइट आधारित मोबाइल कम्युनिकेशन उपकरणों के संचालन में काफी मदद मिलेगी.

2,140 किलोग्राम के इस सैटेलाइट की मिशन लाइफ 10 साल की होगी. रॉकेट लॉन्चिंग के 17 मिनट बाद जीएसएलवी इस उपग्रह को कक्षा में स्थापित कर देगा.

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उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए रॉकेट में भी बदलाव किए गए हैं. सैटेलाइट को ले जाने वाले जीएसएलवी रॉकेट के पास दूसरे चरण के लिए उच्च स्तर का इंडक्शन लगा हुआ है. इसके अलावा रॉकेट इलेक्ट्रो हाइड्रोलिक एक्यूटेशन सिस्टम के बजाय इलेक्ट्रो केमिकल ऑटोमेशन का इस्तेमाल करेगा.

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