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इटली की रेलवे के साथ भारतीय रेलवे ने सेफ्टी के मसले पर आपसी सहमति का करार किया है. इटालियन रेलवे यानी एफएस इटालियने के सीईओ रेनेटो मैजॉनसिनी (Renato Mazzoncini) ने इस करार की जानकारी देते हुए कहा कि भारत और इटली के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में ये एक महत्वपूर्ण कदम है.इटालियन रेलवे भारतीय रेलवे को सेफ्टी इंटिग्रिटी लेवल 4 की सेफ्टी मुहैया कराएगी. इसके लिए रेलवे के कर्मचारियों को आला दर्जे की सेफ्टी ट्रेनिंग देने पर एमओयू में जोर दिया गया है. इसके अलावा इटालियन रेलवे की इंजीनियरिंग कंपनी इटलफर और भारत सरकार की इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी कंपनी राइट्स के बीच भी एमओयू साइन हुआ है.
भारत इटली के लिहाज से महत्वपूर्ण बाजार
एफएस इटालियने के सीईओ रेनेटो मैजॉनसिनी ने कहा कि भारत उनके लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है और इटली की रेलवे के साथ सहयोग बढ़ाना भारतीय रेलवे के लिए फायदे का सौदा साबित होगा. उन्होंने कहा कि अगले दो महीने के भीतर एफएस इटालियने भारत में अपना दफ्तर खोलने जा रही है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि इटालियन रेलवे के पास कई ऐसी तकनीकें उपलब्ध हैं जिनसे भारतीय रेलवे को रेल हादसे रोकने में हर तरीके की मदद मिल पाएगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने रेलवे सेफ्टी फंड बनाया है उससे भारतीय रेलवे को अपने आधुनिकीकरण में बड़ी मदद मिलेगी. मैजॉनसिनी ने कहा कि उनकी कंपनी भारतीय रेलवे को हर स्तर पर मौजूद अत्याधुनिक तकनीक देने के लिए तैयार है.
इटालियन रेलवे की इंजीनियरिंग कंपनी इटलफर के सीईओ कार्लो कारगेनिको के मुताबिक उनकी कंपनी के लिए राइट्स के साथ हुआ करार एक रणनीतिक मौका है. उन्होंने कहा कि अब हम दुनिया की एक टॉप इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी के पोर्टफोलियो में शामिल हो गए हैं. इटलफर भारत में पहले से छह बड़े प्रोजेक्टों पर पहले से ही काम कर रही है. इटलफर रियासी और कटरा के बीच 750 मीटर लंबे ब्रिज को बनाने के मामले में डिजाइन का जिम्मा संभाल रही है. कारगेनिको ने बताया कि इस ब्रिज के प्रोटोटाइप का निर्माण मिलान में किया जा चुका है और इसकी टेस्टिंग की जा रही है. अगर टेस्टिंग सफल रहती है तो दो महीने में ब्रिज का डिजाइन तैयार हो जाएगा.
इटालियन रेलवे के सीईओ ने बीते दिनों सुरेश प्रभु से मुलाकात की थी
गौरतलब है कि इटालियन रेलवे के सीईओ रेनेटो मेजानसिनी (Renato Mazzoncini)ने राजधानी दिल्ली में रेल भवन जाकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु से 31 जनवरी को मुलाकात की थी। रेलवे और इटालियन रेलवे के बीच इस सिलसिले में सहयोग के लिए आपसी करार पर भी हस्ताक्षर हुए. इटालियन रेलवे ने अपने सेफ्टी और सिक्योरिटी संस्था ब्यूरो वेरिटास (Bureau Veritas) के जरिए भारतीय रेलवे के सेफ्टी ऑडिट का जिम्मा उठाने का ऑफर दिया. देखना ये होगा कि पहले जापानी और फिर कोरियन और अब इटालियन रेलवे के साथ रेलमंत्री सुरेश प्रभु की सारी कोशिशें भारतीय रेलवे को हादसों से किस हद तक बचा पाती हैं.