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राणा अय्यूब ने कहा- सोशल मीडिया के कारण दिखी शाहीन बाग की ताकत

पिंकसिटी जयपुर में लिटरेचर फेस्टिवल के आखिरी दिन समाज में सोशल मीडिया की भूमिका को लेकर चर्चा हुई. इस चर्चा में कई वरिष्ठ पत्रकार, लेखक मकरंद परांजपे, गणितज्ञ Marcus du Sautoy और अर्थशास्त्री मिहिर शर्मा ने अपनी राय रखी.

राणा अय्यूब (फोटो-India today) राणा अय्यूब (फोटो-India today)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 9:17 PM IST

  • जयपुर में लिटरेचर फेस्टिवल में हुई समाज में सोशल मीडिया की भूमिका पर चर्चा
  • सोशल मीडिया सिर्फ समाज की घटनाओं को ही करता है प्रदर्शित-राणा अय्यूब

जयपुर के लिटरचेर फेस्टिवल (JLF) में आखिरी दिन सोमवार को सोशल मीडिया की भूमिका पर चर्चा हुई. अंतिम दिन अलग-अलग विषयों पर कई सेशन का आयोजन हुआ. इस दौरान देश-विदेश के मशहूर लेखक और साहित्यकारों ने शिरकत की. पांच दिवसीय इस फेस्टिवल में जाने-माने कवि, फिल्मकार, डिजायनर और बुद्धिजीवियों ने कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. इनमें कई वरिष्ठ पत्रकार, लेखक मकरंद परांजपे, गणितज्ञ Marcus du Sautoy और अर्थशास्त्री मिहिर शर्मा शामिल हैं.

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चर्चा का विषय था 'क्या सोशल मीडिया ने समाज को बांटा है.' इस मुद्दे पर ज्यादातर विशेषज्ञों की राय थी कि सोशल मीडिया पर जो कुछ सामने आ रहा है वह समाज में हो रही घटनाओं का ही रिफ्लेक्शन है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उपन्यासकार और पत्रकार John Lanchester ने कहा कि समाज जितना पुराना है, सामाजिक बंटवारा भी उतना ही पुराना है. सोशल मीडिया के कारण सिर्फ इसमें तेजी आई है.

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गुजरात फाइल्स की लेखिका राणा अय्यूब ने कहा कि सोशल मीडिया समाज में घट रही घटनाओं को ही रिफ्लेक्ट करता है. उन्होंने कहा, 'मुंबई दंगे के दौरान भी मेरा परिवार और समाज बंट गया था, उस समय सोशल मीडिया नहीं था. ऐसे में कहा जा सकता है कि सोशल मीडिया सिर्फ समाज की घटनाओं को ही प्रदर्शित करता है.'

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सरकार की गलत नीतियों को बताने का जरिया सोशल मीडिया

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया सरकार की गलत नीतियों को भी प्रदर्शित करने का जरिया है. राणा अयूब ने कहा, 'शाहीन बाग की ताकत के बारे में हमें आज सोशल मीडिया के कारण ही पता चला. सोशल मीडिया हमें आज वैसी सूचनाएं प्रदान कर रहा है जो टेलीविजन चैनल्स नहीं दिखा रहे हैं.' इस चर्चा में कई वरिष्ठ पत्रकार, लेखक मकरंद परांजपे, गणितज्ञ Marcus du Sautoy और अर्थशास्त्री मिहिर शर्मा ने अपनी राय रखी.

जयपुर के डिग्गी पैसले में 11वें संस्करण का समापन

आपको बता दें कि जयपुर के डिग्गी पैलेस में आयोजित पांच दिवसीय जेएलएफ का सोमवार को समापन हो गया. पांच दिनों तक चले इस महाकुंभ में सैकड़ों सेशंस में देश-विदेश के मशहूर सेलिब्रिटी, साहित्यकार, कवि और फिल्मकारों ने अपने विचार रखे. उनकी बेबाक राय ने श्रोताओं को लगातार बांधे रखा.

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पिंकसिटी जयपुर में आयोजित यह फेस्टिवल कई यादगार लम्हे छोड़ गया. यह जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 11वां संस्करण था. समापन समारोह की शुरुआत में इसके को-फाउंडर और लेखक William Dalrymple ने 12वें संस्करण में शामिल होने वाली कुछ मशहूर हस्तियों के बारे में जानकारी दी. जबकि विशेषज्ञों ने कई अहम मुद्दों पर गरमा गर्म बहस की. आपको बता दें कि हर साल की तरह अगले साल फिर जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा.

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