
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को गुरुवार को हैक कर लिया गया और इस पर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों की हिमायत में एक संदेश लगा दिया गया. संदेश में कहा गया कि वेबसाइट को ‘डार्क नाइट’ ने हैक किया है जो जामिया के छात्रों का समर्थन करता है... जय हिंद.
नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा में लंबी बहस के बाद पास हो गया. बिल पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह नागरिकता संशोधन कानून बन गया. इसके विरोध में देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन भी तेज हो गए. 15 दिसंबर को जामिया में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. इसमें कई छात्रों समेत पुलिस के कुछ जवान भी घायल हो गए.
उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अराजक तत्वों के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में घुसे होने के संदेह पर कैंपस से सभी छात्रों को बाहर निकाल दिया.
उधर विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की. पुलिस के विरोध में 15 दिसंबर रात 9 बजे से पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर जामिया और जेएनयू के छात्र प्रदर्शन करने जमा हो गए. पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर छात्रों का विरोध प्रदर्शन तड़के साढ़े चार बजे तक चला. इसके बाद छात्र पुलिस हेडक्वार्टर से रवाना हुए.
इसके अगले दिन 16 दिसंबर को पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन हुए. इसमें प्रदर्शनकारियों ने पत्थर भी फेंके. प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी को भी जला दिया.जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में देश के कई यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन हुए.
वहीं 15 दिसंबर को हुई हिंसा और तोड़-फोड़ के बाद जामिया में अब हालात सामान्य हो रहे हैं. फिर भी एहतियातन क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. विश्वविद्यालय ने 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी है.