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370 पर दिग्विजय सिंह बोले- हमें बीजेपी से देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के फैसले पर विरोध जताया है. दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी हमें देशभक्ति का पाठ न सिखाए.

अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने जताया विरोध (फाइल फोटो-IANS) अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने जताया विरोध (फाइल फोटो-IANS)
कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

  • दिग्विजय सिंह को केंद्र सरकार के कश्मीर पर फैसले से नाराज
  • बीजेपी से देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं
  • बिना स्थानीय लोगों के लिया गया फैसला

अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस के अंदर ही जंग छिड़ गई है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बाद अब दिग्विजय सिंह ने 370 को हटाने के फैसले का समर्थन करने वाले कांग्रेसियों पर निशाना साधा. इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) से कहा कि हमें आपसे देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं है.

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दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप (बीजेपी) आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के साथ खड़े थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी के जो लोग 370 पर सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, मैं उनसे सहमत नहीं हूं. उनको इतिहास की जानकारी नहीं. हम सरकार के 370 को हटाने का विरोध नहीं कर रहे. हम हटाने के तरीके का विरोध कर रहे हैं. बिना स्थानीय सियासी दलों से बात किए ये फैसला लिया जा रहा है. अब कश्मीर के लोगों को कौन समाझएगा.

अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार के फैसले से कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है. मिलिंद देवड़ा, दीपेंद्र हुड्डा, अदिति सिंह समेत कई कांग्रेसी नेता फैसले के साथ हैं. कांग्रेस नेताओं के इस बागी तेवर से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद नाराज हैं. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिन लोगों को जम्मू-कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास नहीं पता है, उन लोगों से मुझे कोई लेना-देना नहीं है. वो पहले कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास पढ़े, फिर कांग्रेस में रहे.

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कांग्रेस ने दोनों सदनों में किया है विरोध

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा और फिर मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को पेश किया था. सोमवार को जब राज्यसभा में ये बिल आया तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया. कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन बताया था.

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