
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद 8 अगस्त को श्रीनगर जाएंगे. जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस नेताओं के साथ गुलाम नबी आजाद बैठक करेंगे.
माना जा रहा है कि यह बैठक जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर बुलाई गई है. केंद्र सरकार ने अभी हाल में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का फैसला किया. इस फैसले का कई पार्टियों ने समर्थन किया है और कुछ पार्टियां विरोध में भी उतरी हैं. विरोध करने वाली पार्टियों में कांग्रेस भी शामिल है.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इस फैसले पर कहा कि केंद्र सरकार ने सोमवार को संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर देश के सिर के टुकड़े कर दिए हैं, साथ ही जम्मू और कश्मीर के लोगों को राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से खत्म कर दिया है. उन्होंने मोदी सरकार पर 'वोट हासिल करने के लिए' यह कदम उठाने का आरोप लगाया.
केंद्र सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद आजाद ने कहा, "सरकार ने न सिर्फ राज्य की शक्तियों का बंटवारा किया है, बल्कि लोगों को भी राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से नेस्तनाबूद कर दिया है."
हालांकि एक ओर जहां लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस इस फैसले का विरोध कर रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के कई नेता इस फैसले के पक्ष में बोल रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस विचार का विरोध किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के सहयोगियों की आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग जम्मू-कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास नहीं जानते हैं, उन्हें पार्टी में नहीं रहना चाहिए.