
जेएनयू में हिंसा की हुई घटना पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि यूनिवर्सिटी का माहौल खराब करने की किसी को अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. जो भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष भी नकाब पहन कर आई थीं, ऐसी जानकारी मिली है. इसकी भी जांच होनी चाहिए. जेएनयू लेफ्ट और राइट की लड़ाई का अड्डा नहीं बनना चाहिए.
रामदास अठावले ने कहा कि जेएनयू में लेफ्ट के लोगों की संख्या ज्यादा है. वहां दूसरे लोगों को परेशान किया जाता है. नकाबपोश लोग अंदर से थे या बाहर से आए, इसकी जांच होनी चाहिए. यह शिक्षा संस्थान गुंडागर्दी के लिए नहीं है.
रामदास अठावले ने कहा कि आंदोलन करने की अनुमति है लेकिन माहौल बिगाड़ने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी. माहौल नहीं बिगड़ना चाहिए. गुंडागर्दी नहीं होनी चाहिए. मंत्री का कहना है कि वहां पर एक समय पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए थे. अफजल की फांसी का विरोध भी किया गया था जो ठीक नहीं है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जहां तक फीस बढ़ाने का विषय है वो अलग है. फीस ज्यादा बढ़ाना ठीक नहीं था. इतना फीस नहीं बढ़ाना था. फीस जो बढ़ाया है उसे कम किया जाना चाहिए, क्योंकि बहुत बच्चे गरीब होते हैं. इसलिए उनकी फीस कम होनी चाहिए.
उद्धव ठाकरे के बयान पर राम दास अठावले का कहना है कि जेएनयू की घटना की 26/11 से तुलना गलत है. फ्री कश्मीर पोस्टर पर अठावले ने कहा कि कोई एक बोर्ड उठा कर फ्री कश्मीर का दिखाया, ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.